Janjgir-Champa News: छत्तीसगढ़ में कॉलेज की परीक्षाएं इस वर्ष भी ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी. इस बाबत उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) ने 28 मार्च को आदेश जारी कर दिया है. इसके साथ ही ऑनलाइन परीक्षा की मांग कर रहे छात्र-छात्राओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है. ऑनलाइन परीक्षा होने की खुशी में जांजगीर-चांपा में छात्रों ने जमकर पटाखे जलाए. इसके साथ ही छात्र ढोल-नगाड़े के साथ सड़क पर निकल आए और डांस किया. छात्रों ने भूपेश (Bhupesh Baghel) सरकार जिंदाबाद के नारे लगाए गए और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा, "काहे की चिंता है, तोहार कका अभी जिंदा है."
ऑफलाइन परीक्षा का विरोध हो रहा था
दरअसल, कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले दो साल में कॉलेजों में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई, लेकिन इस साल ऑफलाइन परीक्षा को लेकर तैयारी शुरु हो गई थी और कुछ विश्वविद्यालयों में इसकी घोषणा भी कर दी गई थी जिसके बाद से इसका विरोध शुरू हो गया था. छात्रों का कहना था कि, जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा. मतलब पढाई ऑनलाइन हुई है, तो परीक्षा भी ऑनलाइन होनी चाहिए. कॉलेजों में ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में छात्र संगठन एनएसयूआई सड़क पर उतर गया और प्रदर्शन करने लगा. बाद में एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की और कॉलेज को परीक्षाएं ऑनलाईन कराने की मांग की. इस पर सरकार ने चालू शैक्षणिक सत्र की परीक्षा ऑनलाइन कराने के आदेश जारी कर दिए.
आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया
सरकार द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराने के फैसले के बाद प्रदेश के कॉलेज के छात्र-छात्राएं खुशी से झूमने लगे. जांजगीर चांपा के अलकतरा में छात्रों ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ढोल नगाड़े के साथ डांस किया. पटाखे फोड़े गए, आतिशबाजी की गई और जश्न मनाया गया. छात्रों का कहना था कि, क्लासेस नहीं लगी थीं लेकिन ऑफलाइन एग्जाम लिया जा रहा था, यह गलत था. इसलिए जैसी शिक्षा, वैसी परीक्षा का नारा लगा रहे थे. सरकार ने छात्रहित में अच्छा फैसला लिया.
आदेश में क्या कहा गया है
राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि, कोविड- 19 संक्रमण के कारण राज्य में शिक्षा सत्र 2021-22 का अध्यापन कार्य विलंब से प्रारंभ हुआ था. इसके चलते परीक्षाएं भी देर से आयोजित किया जाना प्रस्तावित है. वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन सामान्यतः 50 से 60 दिन में पूर्ण होता है. इतनी लम्बी अवधि तक कोविड प्रोटोकॉल अनुरूप व्यवस्था करना परीक्षा केंद्रों के लिए बड़ी चुनौती है. इस दिशा में छोटी सी चूक के गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं.