Rahul Rescue Operation: सांप और मेंढक के बीच फंसे मासूम को सुरक्षित बाहर निकाला, जानें कैसे सिलसिलेवार चला रेक्स्यू ऑपरेशन?
Rahul Borewell News: सीएम भूपेश बघेल ने रेस्क्यू टीम को बधाई देने के साथ-साथ राहुल की भी तारीफ की. मासूम को बचाने के लिए टीम ने इस प्रकार सिलसिलेवार रेक्स्यू ऑपरेशन चलाया.
Chhattisgarh Borewell Rescue: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जांजगीर चांपा (Janjgir Champa) में बोरवेल (Borewell) में फंसे राहुल (Rahul) को रेस्क्यू टीम (Rescue Team) ने 104 घंटे बाद बाहर निकल लिया है. राहुल को पिहरिद गांव से सीधे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर देर रात भेजा गया. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान यह बात सामने आई कि राहुल 104 घंटे तक बोरवेल में एक सांप (Snake) और एक मेंढक (Frog) के साथ था.
एबीपी न्यूज ने रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) के तीसरे दिन ही बोरवेल में सांप होने की जानकारी दी थी. इसके बाद स्नेक स्नेचर को बुलाकर सांप को पकड़ा गया और उसे एक डिब्बे में रखा गया. इसे लेकर जांजगीर चांपा के कलेक्टर डॉ. जितेंद्र शुक्ला ने वीडियो कॉल के जरिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से देर रात बात की. कलेक्टर ने रेस्क्यू ऑपरेशन की सारी अपडेट मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दी और साथ ही बोरवेल में सांप होने की बात भी बताई.
बोरवेल में सांप की खबर से हैरान हुए मुख्यमंत्री
बोरवेल में सांप होने की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री हैरान गए. उन्होंने राहुल की बहादुरी और रेस्क्यू टीम को बधाई दी. सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा, ''हमारा बच्चा बहुत बहादुर है. उसके साथ गढ्ढे में 104 घंटे तक एक सांप और मेढक उसके साथी थे. आज पूरा छत्तीसगढ़ उत्सव मना रहा है, जल्द अस्पताल से पूरी तरह ठीक होकर लौटे, हम सब कामना करते हैं.'' सीएम बघेल ने यह भी कहा, ''बहादुर बच्चे की जिजीविषा काबिले तारीफ है. जितने धैर्य से बचाव दल ने काम किया, राहुल भी उतनी ही हिम्मत से बोरवेल के अंदर डटा रहा, जिससे हमारी पूरी टीम को संबल मिला.''
बोरवेल से राहुल को ऐसे निकाला गया
बीते शुक्रवार को राहुल 80 फीट गहरे बोरवेल में गिरा था, जिसमें 62 फीट की गहराई में जाकर वह फंस गया. राहुल को निकालने के लिए बोरवेल के बगल से एक बड़ा गड्ढा किया गया. इसमें लगभग 3 दिन का समय लगा. गड्ढे से बोरवेल तक पहुंचने के लिए एक सुरंग बनाई गई. इसमें भी 46 घंटे का वक्त लगा. सुंरग बनाने के लिए बड़े-बड़े चट्टान को ड्रिल कर तोड़ा गया. सुरंग बनाने वाली टीम के इंजीनियर ने बताया कि राहुल जहां फंसा था उससे कुछ फीट ऊपर तक सुरंग बनाई गई. इसके बाद 3 फीट ऊपर से ही राहुल को खींच लिया गया.
अब कैसी है राहुल की तबीयत?
राहुल को देर रात ही ग्रीन कॉरिडोर बनाकर बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की निगरानी में उसे फिलहाल आईसीयू में रखा गया है. अभी राहुल की हालत स्थिर बताई जा रही है. वहीं, 5 दिनों से मेडिकल टीम भी मौके पर थी. टीम में से एक डॉक्टर ने बताया कि प्राथमिक जांच में राहुल का बीपी, शुगर, हार्ट रेट नॉर्मल है और फेफड़े भी क्लियर हैं.