Chhattisgarh News: आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) इन दिनों छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग (Surguja Division)के दौरे पर हैं. सियासी गलियारों में उनके इस दौरे को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हैं. इस बीच आरएसएस प्रमुख सोमवार दिन भर अलग-अलग कार्यक्रमों में व्यस्त रहे. इधर उनके सभी कार्यक्रम से अलग आम सभा की चर्चा सबसे तेज थी. मोहन भागवत रविवार के दोपहर बाद झारखंड के रास्ते जशपुर (Jashpur) जिला पहुंचे. जशपुर पहुंचने के साथ ही श्री भागवत वनवासी कल्याण आश्रम पहुंचे और वहां पर रहने वाले आदिवासी समाज के बच्चों से मुलाकात करके शाम को संघ की शाखा में शामिल हुए. वे रात वनवासी कल्याण आश्रम में ही रूके.
प्रतिमा का किया अनावरण
मोहन भागवत के आने की तैयारियां पिछले करीब 15 दिनों से हो रही थीं क्योंकि मोहन भागवत को जशपुर राजपरिवार के सदस्य रहे दिवंगत बीजेपी नेता दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण करना था. इसलिए वे सोमवार की सुबह करीब 9 बजे राजपरिवार के महल पर पहुंचे और बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह और स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र और पुत्रवधूओं के साथ परिवार के लोगों से मुलाकात की. साथ ही स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के घर वापसी कार्यक्रम की तस्वीर का अवलोकन किया. कुछ वक्त की मुलाकात के बाद मोहन भागवत अन्य कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए.
सभा में पहुंचे 50 हजार लोग
सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे मोहन भागवत बिरसा मुण्डा चौक पर पहुंचे क्योंकि मंगलवार को आदिवासी समाज के आदर्श बिरसा मुंडा की जयंती है. इसलिए सोमवार को सबसे पहले मोहन भागवत ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद रैली के माध्यम से उनको रंजीता स्टेडियम के सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के दिवंगत नेता दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम में ले जाया गया. यहां उन्होंने पहले जूदेव की प्रतिमा का अनावरण किया. बाद में रंजीता स्टेडियम में मौजूद जनजातीय समाज के लोगों को संबोधित किया. गौरतलब है कि सरकारी एजेंसी और प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक स्टेडियम की क्षमता के अनुसार भागवत की सभा में करीब 50 हजार लोग शामिल थे. यह जशपुर के लिए ऐतिहासिक घटना थी. वैसे इस आयोजन में एक लाख लोगों के आने की उम्मीद थी.
घोषणा के 9 साल बाद अनावरण
स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा के स्थापना की घोषणा तात्कालिक मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने 2013 में की थी. वर्ष 2013 के बाद 2018 तक वे 5 साल सूबे के मुख्यमंत्री रहे लेकिन इस प्रतिमा के अनावरण स्थापना की सुध नहीं ली. हालांकि बाद में उनके पुत्र जशपुर के दिग्गज बीजेपी नेता प्रबल प्रताप ने प्रतिमा बनवाई और स्थापना करवाकर घोषणा के 9 साल बाद इसका अनावरण आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से करवा दिया. मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंद्र, सांसद गोमती साय, अमर अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व आईएएस और वर्तमान बीजेपी नेता ओपी चौधरी के अलावा कई दिग्गज भाजपाई भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम में नजर आए.
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