Jashpur News: सीएम भूपेश बघेल बोले- कभी 'नक्सलगढ़' कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ को अब मिल रही नई पहचान
Chhattisgarh: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को पहले 'नक्सलगढ़' कहा जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे यह छवि धूमिल हो रही है और बदलाव देखने को मिल रहा है.
Chhattisgarh Latest News: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि छत्तीसगढ़ को पहले 'नक्सलगढ़' (नक्सली किले) के रूप में जाना जाता था, लेकिन स्थिति को बदलने के प्रयासों का लाभ मिल रहा है, जिससे राज्य को एक नई पहचान मिल रही है. मुख्यमंत्री बघेल ने जशपुर (Jashpur) जिले के कुंकुरी में मीडिया से कहा कि लोगों के दिमाग से मूल छवि धीरे-धीरे मिट रही है और बदलाव दिखाई दे रहे हैं. साथ ही, राम वन गमन पर्यटन सर्किट, देवगुडी, आदिवासी नृत्य उत्सव और पर्यटन स्थलों के प्रचार के माध्यम से एक सांस्कृतिक पहचान बनाई है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि स्थानीय लोगों के पास यह तय करने का विकल्प है कि उद्योग स्थापित करना है या नहीं. उन्होंने सरगुजा प्रशासन द्वारा तीन आगामी परियोजनाओं - परसा, परसा पूर्व और केटे बसन (पीईकेबी) चरण -2 और केटे एक्सटेंशन कोयला खदानों को रोकने के संदर्भ में ये बातें कही. ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं.
अग्निवीर योजना पर सीएम भूपेश बघेल का बयान
जशपुर में सीएम भूपेश बघेल कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम चल रहा है. जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. वन भूमि अधिकार प्रमाण पत्र पहले ही दिए जा चुके हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों को प्रमुख 'न्याय' योजनाओं का लाभ मिल रहा था. वन विभाग को फलदार पौधे लगाने को कहा गया है. जंगली जानवरों के लिए भी पेयजल की सुविधा बढ़ाई जाएगी. अग्निवीर योजना पर उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा को खतरे में डाला जा रहा है और यह योजना सेना और युवाओं के हितों के खिलाफ है. मुख्यमंत्री ने कुनकुरी में 'पत्रकार भवन' के लिए 15 लाख रुपये की घोषणा की.
इसे भी पढ़ें:
Durg News: पूर्व सभापति-पार्षद पर अवैध वसूली को लेकर FIR दर्ज, हाईकोर्ट ने दिया था आदेश
Raipur News: रिम्स प्रबंधन पर लगा मानवाधिकार हनन का आरोप, छात्रों ने दर्ज कराई शिकायत