Jashpur News: छत्तीसगढ़ के जशपुर (Jashpur) जिले में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. फिर एक बार हाथी के हमले (Elephant Attack) से 65 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई है. शासन-प्रशासन बेबस नजर आ रहा है. जिले में पिछले एक हफ्ते में हाथी के हमले से मौत की चौथी बड़ी घटना सामने आई है. मामला बगीचा थाना क्षेत्र के खंताडांड़ का है. जहां परसाडांड़ के जंगल में हाथी ने एक 65 वर्षीय वृद्ध अब्राहम तिर्की को कुचल दिया. जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. जानकारी मिलने पर वन विभाग के साथ बगीचा पुलिस मौके पर पंहुची.
बताया जा रहा है कि मृतक लकड़ी लेने जंगल गया हुआ था. लंबे समय तक वापस घर न आने पर घरवालों ने उसकी खोजबीन शुरू की. जिसके बाद उसका शव क्षत विक्षप्त अवस्था में जंगल के बीच मिला. बगीचा क्षेत्र में पिछले चार दिनों में यह हाथी के हमले की तीसरी मौत है. इससे पहले भी जिले के अन्य क्षेत्रों में हाथी के हमले से मौत के मामले सामने आ चुके हैं. थाना प्रभारी प्रदीप सिदार ने बताया कि घटना की सूचना मिली है. मौके पर पुलिस दल भेजकर शव के पंचनामा की कार्रवाई की जा रही है.
इन स्थानों पर घूम रहे हैं 18 हाथी
जशपुर जिले के बगीचा, कांसाबेल, नारायणपुर वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत बादल खोल अभ्यारण से लगे हुए गांव में 18 हाथियों का दल घूम रहा है. अब तक 1 सप्ताह में हाथियों से 4 मौतें हो चुकी हैं और कई मकानों को क्षतिग्रस्त किया गया है. हाथियों का यह दल गांव में घुसकर लगातार उत्पात मचा रहा है. जशपुर जिले के हाथी प्रभावित इलाकों में ग्रामीण दहशत में देखे जा रहे हैं.
वन विभाग दो पालियों में कर रहा गश्ती
इन हाथियों की वजह से खेतों में लगाए जा रहे धान की फसलें भी चौपट हो रही हैं. कई ग्रामीण रात्रि जागरण कर मशाल और बड़े-बड़े सर्च लाइट से गांव की रक्षा करने में जुटे हुए हैं. वन विभाग भी इन ग्रामीणों के साथ मिलकर हाथियों से बचाव के उपाय लगातार कर रहे हैं. वन विभाग के मुताबिक हाथी विचरण क्षेत्र में हाथी मित्र दल दो पाली में गश्ती कर रहे हैं और सक्रिय हैं. सभी रेंज में 2-2 गश्ती दल काम कर रहा है और लोगों को जागरूक कर हाथी के व्यवहार के संबंध में जानकारी दे रहे हैं.
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