Jashpur Crime: 17 महीने बाद नाबालिग से रेप का आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे, जशपुर पुलिस ने झारखंड से किया गिरफ्तार
Jashpur news: छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने रेप के मामले में फरार चल रहे आरोपी को 17 महीने बाद गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसे झारखंड से गिरफ्तार कर जेल भेजा है. पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूला है.
छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने रेप के मामले में फरार चल रहे आरोपी को 17 महीने बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. दरअसल आरोपी ने 2020 में सितंबर के महीने में एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगाकर अपने साथ ले गया था. इस दौरान आरोपी ने नाबालिग लड़की के साथ रेप की घटना को भी अंजाम दिया था. नाबालिग लड़की के परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने नाबालिग लड़की को तो बरामद कर लिया था लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर था. जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई थी. इसी बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी अपने घर पर आया हुआ है. सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपी के घर पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया. मामला जशपुर सिटी कोतवाली थानाक्षेत्र का है.
आरोपी घटना के बाद से था फरार
दरअसल, जशपुर सिटी कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली एक 36 वर्षीय महिला ने 4 सितंबर 2020 को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में बताया गया था कि उसकी 16 वर्ष 06 माह की नाबालिग लड़की को अन्नू नायक नाम का युवक 3 सितंबर 2020 को बहला-फुसलाकर अपहरण कर कहीं ले गया है. रिपोर्ट पर जशपुर थाना में धारा 363 भा.द.वि. के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पतासाजी कर अपहृता नाबालिग लड़की को 30 सितंबर 2020 को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया. नाबालिग से पूछताछ में उसने बताया कि आरोपी द्वारा उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाकर उसका रेप किया गया. आरोपी घटना के बाद फरार हो गया था.
पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर की कार्रवाई
इसी बीच जशपुर पुलिस को मुखबीर से आरोपी के गुमला स्थित घर में आने की सूचना मिली. सूचना मिलने पर तत्काल थाना जशपुर स्टाफ द्वारा मौके पर जाकर घेराबंदी कर आरोपी को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में आरोपी ने रेप की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया. इसके पश्चात आरोपी अन्नू नायक (20 वर्ष) निवासी पालकोट जिला गुमला (झारखंड) को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया. जहां न्यायालय के आदेश पर जेल दाखिल किया गया. इस कार्रवाई में निरीक्षक लक्ष्मण सिंह धुर्वे, सहायक उप निरीक्षक ईश्वर प्रसाद वारले, आरक्षक नारायण सिंह, विपिन भगत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
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