Chhattisgarh: 5 साल बीत गए, नहीं बन सकी 5km की सड़क, बारिश के साथ ही जाम का सिलसिला शुरू
Chhattisgarh News: पांच किलोमीटर के इस दायरे में 100 से भी अधिक परिवार निवास करते हैं. वाहन चालकों के अलावा निवासरत लोग भी लंबे समय से खराब सड़क का दंश झेल रहे हैं.
Jashpur News: पांच साल का लंबा समय बीतने के बाद भी जशपुर जिले के पत्थलगांव शहर की मुख्य सड़क का पांच किलोमीटर का दायरा आज तक बन नही पाई. पिछले एक माह से बारिश शुरू हो चुकी है, बारिश के साथ ही पांच किलोमीटर की इस सडक मे पचास बार बड़ी वाहनो का जाम लग चुका है. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि वाहन तो दूर अब यहां लोग पैदल भी चलने में डर रहे हैं. मामला नेशनल हाईवे 43 का है. लगभग 650 करोड़ की परियोजना से बनने वाली अम्बिकापुर से लेकर पत्थलगांव तक की सड़क की यदि बात करें तो शहर के बीच की पांच किलोमीटर सड़क पिछले पांच साल से अपने बनने का इंतजार कर रही है.
पांच किलोमीटर के इस दायरे में 100 से भी अधिक परिवार निवास करते हैं. वाहन चालकों के अलावा निवासरत लोग भी लंबे समय से खराब सड़क का दंश झेल रहे हैं. इस मार्ग के कुछ व्यापारी तो अपने काम धंधे बंदकर यहा से पलायन कर चुके है, बचे खुचे व्यापारीयों के पास अब रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो चुकी है. खराब सड़क के कारण ना तो ग्राहक उनकी दुकानो मे आते और ना ही वाहन चालक खराब सडक मे अपनी वाहन खड़े कर रूकना चाहते है. ऐसे मे व्यापार प्रभावित होना स्वाभाविक बात है. मोहल्लेवासी अपनी परेशानी देख अनेक बार आंदोलन कर चुके है, परंतु जिम्मेदार अधिकारी हमेशा उन्हे आश्वासन का झुनझुना देकर आंदोलन खत्म करा देते है.
मोहल्लेवासियों ने यहा तक की सड़क नही तो वोट नहीं का भी नारा लगाकर खराब सड़क के दायरे मे बैनर पोस्टर लगा दिये थे, परंतु मोहल्लेवासियों की सारी कोशिशे निष्क्रीय हो चुके एनएच के अधिकारीयों के समक्ष पहुंचकर शिथिल हो जाती है. बीटीआई चौक के आस-पास रहने वाले लोग बताते है कि एनएच के अधिकारी जनता जनार्दन की तकलीफो से पूरी तरह मुंह मोड रखे है. यही कारण है कि पांच साल से जिस खराब सड़क का दंश वे झेल रहे है वहा पांच सालो के अंतराल मे एनएच के अधिकारी पांच बार भी अपनी उपस्थिती दर्ज कराने नही पहुंचे.
निर्माण की गति बेहद धीमी
अम्बिकापुर से पत्थलगांव एवं पत्थलगांव से लेकर कुनकुरी तक दो परियोजना मे बनने वाली सड़क के अनेक ठेकेदार काम अधूरा छोड़कर यहा से भाग चुके है. वर्तमान मे टीबीसीएल नामक कंपनी इन सड़को का काम कर रही है, निर्माण कार्य बेहद धीमा रहने के कारण अब तक इस कंपनी के काम से भी लोग संतुष्ट नही है. अम्बिकापुर से पत्थलगांव तक पुल, पुलिये मिलाकर काफी जगहो मे सड़क का निर्माण अधूरा है. वहीं, कदमघाट से लेकर बीटीआई चौक एवं भाटामुडा के पास की सड़क की हालत बेहद खराब रहने से करोडो रूपये की परियोजना की यह सड़क कोई खास आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने के लायक नही बन पाई.
संसाधनों का रहा आभाव
कटनी-गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग मे आने वाले अधिकांश ठेकेदारों के पास सड़क बनाने के संसाधनों का आभाव हमेशा बना रहा. अधिकांश ठेकेदारो ने नियम शतारे का खुलकर उल्लंघन भी किया. जिसका खामियाजा कही न कही इस जिले के लोगो को ही उठाना पड़ा है. सड़क बनाने में गुणवत्ता की अनदेखी होने के कारण नई सड़क का अधिकांश हिस्सा मापदंडो मे खरा नहीं उतरता. जिसके कारण क्षेत्र की जनता ठेकेदारो का अनुभव के साथ-साथ काम करने के ढंग पर भी हमेशा सवाल उठाते आई है.
एनएच विभाग अम्बिकापुर के कार्यपालन अभियंता नितेश तिवारी ने बताया कि सड़क मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. जिससे जाम की स्थिती उत्पन्न ना हो. पाइपलाइन शिफ्टिंग का काम अधूरा रहने के कारण सड़क निर्माण के कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है.
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