Jashpur News: संत गहिरा गुरु के पुत्र से मारपीट पर नपे अफसर, बगीचा के एसडीओपी लाइन अटैच और दो आरक्षक सस्पेंड
Chhattisgarh News: जिला पंचायत सदस्य गेंद बिहारी ने बगीचा एसडीओपी से मारपीट का आरोप लगाया. वो आदिवासी इलाके के प्रसिद्ध संत दुहरा गुरु के पुत्र और कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज के भाई हैं.
Jashpur News: जशपुर में मंगलवार की शाम जमकर बवाल हुआ. जशपुर जिला पंचायत के बीजेपी समर्थित सदस्य गेंद बिहारी सिंह के साथ बगीचा के एसडीओपी पर मारपीट और दुर्व्यवहार की खबर के बाद भाजपाइयों ने बगीचा ब्लॉक मुख्यालय पर जमकर बवाल किया. इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम भी किया.
गौरतलब है कि जिला पंचायत सदस्य गेंद बिहारी ने बगीचा एसडीओपी से मारपीट का आरोप लगाया. वो आदिवासी इलाके के प्रसिद्ध संत दुहरा गुरु के पुत्र और बलरामपुर जिले के सामरी से कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज के भाई हैं. ऐसे में इतनी बड़ी घटना के बाद बवाल मचना तय था.
मामूली कहा सुनी से शुरू हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक बगीचा के पास दुर्गापारा में दो सगे भाइयों के बीच लंबे समय से जमीन विवाद चल रहा था. बोर कराने को लेकर दोनों भाइयों के बीच मंगलवार को एक बार फिर से विवाद हो गया. इस दौरान एक भाई ने जिला पंचायत सदस्य गेंद बिहारी सिंह को अपने पक्ष में बुला लिया. तभी बगीचा एसडीओपी शमशेर बहादुर सिंह भी मौके पर पहुंचे. तभी एसडीओपी और गेंद बिहारी सिंह के बीच कहा सुनी हो गई. इसके बाद एसडीओपी पर जिला पंचायत सदस्य और संत गहिरा गुरु के पुत्र के साथ मारपीट का आरोप लगा. इतना ही नहीं, इस मामले से संबंधित एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया. जिसमें एसडीओपी और एक पुलिसकर्मी गेंद बिहारी को घसीट कर जीप में बैठाते दिख रहे हैं. बताया जाता है कि जीप में बिठाकर उन्हें थाने ले जाया गया. इधर गेंद बिहारी ने आरोप लगाया है कि थाने ले जाकर भी उनके साथ एसडीओपी शमशेर बहादुर सिंह ने मारपीट की.
दुकान बंद, चक्का जाम और बवाल
दरअसल, जिस जिला पंचायत सदस्य ने अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है, वह संत गहिरा गुरु के पुत्र है. इलाके में उनके लाखों अनुयायी हैं. साथ ही पीड़ित बीजेपी समर्थित जिला पंचायत सदस्य हैं. इसलिए बीजेपी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी समेत पूरे बगीचा के लोग अपनी दुकान और मकान बंद कर सड़कों पर उतर गए थे. इस दौरान चिरईडांड-बगीचा स्टेट हाईवे पर लोगों ने चक्काजाम कर दिया. वहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एसडीओपी शमशेर बहादुर सिंह पर कार्रवाई की मांग की. इतना ही नहीं सैकड़ों की संख्या में लोग थाने पहुंचे. और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आंदोलनकारियों ने कई बार थाने के भीतर घुसने का प्रयास किया, जिससे पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झूमा-झटकी भी हुई. आक्रोशित लोगों ने एसडीओपी के खिलाफ एफआईआर की मांग की है.
दो पुलिस वालों के खिलाफ एक्शन
जशपुर एसपी डी रविशंकर ने बताया कि दुर्गा पारा में एसडीओपी और जिला पंचायत सदस्य दोनों पहुंचे हुए थे. किसी बिंदु को लेकर दोनों के बीच बहस हुई और मामला हाथापाई तक पहुच गई. उन्होंने कहा कि मामला जन प्रतिनिधी से जुड़ा था. इसलिए एसडीओपी शमशेर बहादुर सिंह को तत्काल लाइन अटैच कर दिया गया है और इनके साथ गए दो पुलिस आरक्षक के सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले में सरगुजा रेंज आईजी ने एक जांच टीम बनाई है, जिसने अपनी जांच शुरू कर दी है. आगे बताते हुए एसपी ने कहा कि मामला राज्य पत्रित अधिकारी का है. इसलिए आगे की कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट आईजी के माध्यम से राज्य सरकार को भेज दी जाएगी. इसके बाद जो उचित होगा, कार्रवाई वहीं से होगी.
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