Jashpur: टूटे पुल ने बारिश में बढ़ाई परेशानी, उफनते नाले पार करते हैं स्कूली बच्चे, खाट से अस्पताल जाते हैं मरीज
Chhattisgarh News: जशपुर में प्रशासन की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को गांव से बाहर जाने के लिए बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. कोई डोली चढ़कर जाता है तो किसी को नाला पार करना होता है.
Jashpur News: छत्तीसगढ़ के जशपुर (Jashpur) जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) विभाग की लापरवाही का खामियाजा एक हजार ग्रामीण भुगत रहे हैं. दरअसल, जिले के सोनक्यारी से डुमरटोली तक पीएमजीएसवाई की सड़क पर बना पुल एक साल पहले टूट गया है. पुल टूटने के बाद से इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरीके से बंद है. चार पहिया वाहन ही नहीं बल्कि दुपहिया वाहन भी डुमरटोली गांव तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
डुमरटोली गांव की जनसंख्या लगभग एक हजार है. इस मार्ग से रोज सैकड़ों बच्चे स्कूल जाते हैं. वहीं टूटे हुए पूल के नाले में पानी ज्यादा होने पर बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, क्योंकि पानी उफनते नाले को पैदल ही बच्चों को पार करना पड़ता है. वहीं बीमार मरीजों और गर्भवती महिलाओं को खाट पर ढोकर नाले तक ले जाया जाता है. और वहां से एम्बुलेंस में बैठाया जाता है क्योंकि पुल टूटने की वजह से नाले के उस पार एम्बुलेंस नहीं जा सकती.
प्रशासन ने यह दलील देकर झाड़ा पल्ला
एक साल बीतने के बावजूद पीएमजीएसवाई के अधिकारियों के द्वारा पुल पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कि गई. अधिकारियों का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के लिए उनके पास फंड नहीं है और नए पुल निर्माण के लिए उन्होंने कुछ माह पहले प्रस्ताव शासन को भेजा है. ग्रामीणों ने बताया कि नाले का पुल टूटने की वजह से सोनक्यारी और डुमरटोली दोनों गांव के लोगों को एक-दूसरे गांव में आने-जाने में परेशानी का सामान करना पड़ता है. बीमार मरीजों को खाट में ढोकर पुल तक लाया जाता है.
जर्जर होकर टूट गया है पुल
पीएमजीएसवाई विभाग के ईई एसएन साय ने बताया कि पुल जर्जर होकर क्षतिग्रस्त हो गई है. जिसके लिए सीजीआरडीए रायपुर प्राक्कलन स्वीकृति के लिए भेजा है. जैसे ही स्वीकृति आती है काम करवा दिया जाएगा. प्रस्ताव चार महीने पहले भेजा गया है. बता दें कि पुल को टूटे हुए सालभर हो चुके हैं. इस बीच अधिकारियों ने नए पुल निर्माण के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाई. अधिकारियों की लापरवाही की वजह से बारिश में दो गांव के हजारों लोगों को आवागमन के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
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