Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए करोड़ों खर्च करती है. लेकिन धरातल से ऐसी तस्वीरें सामने आती है जो सरकार के विकास के दावों की पोल खोल देती है. ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक बीमार व्यक्ति को तीन लोग पकड़ कर पैदल नदी पार करा रहे हैं. इसका कारण यह है कि नदी में पुल नहीं है. जिसकी वजह से एंबुलेंस बीमार व्यक्ति के घर तक नहीं पहुंच सकती थी. ये वीडियो करीब सप्ताहभर पुराना है. जो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिससे शासन-प्रशासन की जमकर किरकिरी हो रही है.


कहां का है मामला?


सरकार के दावों की पोल खोलती ये तस्वीर छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक अंतर्गत कामारीमा की है. यहां के माझापारा में एक छोटी सी नदी है जिसमें अब तक पुल नहीं बना है. जिसकी वजह से माझापारा के लोगों को अस्पताल और अन्य कामों से कहीं जाना रहता है तो नदी को पार करना पड़ता है. अभी गर्मी के मौसम में नदी में पानी कम है इसलिए ग्रामीण पार कर लेते हैं. लेकिन बरसात का समय मुश्किलों भरा रहता है. इतनी बड़ी समस्या होने के बावजूद शासन-प्रशासन इस नदी पर पुल बनवाने की कोई पहल नहीं कर रही है.


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इस कारण घर तक नहीं आई एंबुलेंस


बता दें कि नदी के उस पार माझापारा में विशेष संरक्षित कोरवा जनजाति के लोग निवास करते हैं. जहां निवास करने वाले घसिया राम कोरवा की अचानक तबियत बिगड़ गई. जिसे उपचार की आवश्कता थी. परिजनों ने मरीज को बगीचा अस्पताल में ले जाने के लिए डायल 108 एंबुलेंस को सूचित किया. जिसके बाद मरीज को लाने एंबुलेंस पहुंच गई. लेकिन नदी में पुल नहीं होने की वजह से एंबुलेंस मरीज के घर से आधा किलोमीटर दूर खड़ी हो गई. इसके बाद परिजनों ने मरीज को अपने कंधे पर ढोकर नदी पार करवाया और एंबुलेंस तक पहुंचाया. फिलहाल मरीज का बगीचा के अस्पताल में उपचार शुरू हो गया है.


वीडियो हो रहा वायरल


वहीं अब मरीज घासिया राम कोरवा को उसके घर से कंधे पर ढोकर लाते हुए नदी पार करवाकर एंबुलेंस तक लाने की गतिविधि का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसके बाद सरकार के विकास के दावों पर सवाल उठना शुरू हो गया है. आज भी दुर्गम और पहुंचविहीन क्षेत्र में लोगों को अच्छी सड़क, पुल जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है. जिसकी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब है कि ऐसे बहुत से गांव हैं जो आज भी इसी तरह पहुंच विहीन हैं. ऐसे गांवों के लिए सरकार को एक सर्वे कराकर कार्य योजना तैयार करनी चाहिए. जिसे हर संभव प्रयास कर अमलीजामा पहनाना चाहिए.


धरातल पर विकास कार्य की सच्चाई


जिला पंचायत उपाध्यक्ष उपेंद्र गुप्ता का कहना है कि बगीचा विकासखंड का माझापारा गांव है. जो दुरस्त पहाड़ी क्षेत्र में है और उस गांव में जाने के लिए एक नाला है. उस नाला में आज भी पुल नहीं बन पाया है और लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को लाने ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस नहीं पहुंच रही है. वहां विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा समाज के लोग जीवन यापन करते हैं. विशेष जनजाति के लिए सरकार बड़े-बड़े वादे करती है, राशि उपलब्ध कराती है लेकिन धरातल पर विकास कार्य नहीं दिख रहा है. ये सरकार की नाकामी है. जो सिर्फ वाहवाही लूटने में लगी हुई है. राज्य सरकार कुछ कर ही नहीं रही है. केंद्र सरकार की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है.


सीईओ विनोद एक्का सिंह ने बताया कि कामारीमा ग्राम पंचायत का मामला है. मेरे तक ये जानकारी आई है. माझापारा पहुंचविहीन क्षेत्र में है. तत्काल इसका इस्तीमेट बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया जाएगा और काम स्वीकृति का पूरा प्रयास किया जाएगा.  


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