बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात जवाद का आंशिक असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल सकता है. जवाद का असर जिन जिवों में देखा जा सकता है उनमें जशपुर, सरगुजा और बलरामपुर जिले शामिल हैं. हालांकि, जवाद के असर से मौसम में कोई बड़ा परिवर्तन देखने को नहीं मिलेगा, लेकिन अगले कुछ दिनों तक आसमान में बादल देखने को मिल सकते हैं. हल्की बूंदाबांदी का भी अनुमान जताया गया है. मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी पर स्थित गहरा दबाव मजबूत होता जा रहा है. अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा.
चक्रवाती तूफान जवाद के संबंध मे एबीपी न्यूज को जानकारी देते हुए जिले के मौसम वैज्ञानिक अक्षय मोहन भट्ट ने बताया कि 60 से 70 किमी की चक्रीय गति की हवा के साथ यह तूफान के रूप में बदलकर 4 दिसंबर की सुबह तक उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओड़िसा के तटीय क्षेत्र की ओर नजदीक आ कर समुद्र (खाड़ी) में ही उत्तर- उत्तर पश्चिम दिशा में मुड़ कर पश्चिम बंगाल की ओर संभावित रूप से बढ़ता चला जायेगा. 4 दिसंबर की शाम तक ये तूफान व्यापक हो जाएगा जिससे उत्तर छत्तीसगढ़ (सरगुजा संभाग) में बादलों की मात्रा में वृद्धि हो सकती है.
इसके साथ ही मध्यम गति से हवा चल सकती हैं. चूंकि तूफान अपना रास्ता बदलकर उत्तर-पश्चिम उत्तर की ओर बढ़ जाने की ओर अग्रसर है इसीलिए मौसम में बूंदाबांदी के अलावा कोई विशेष असर नहीं पड़ेगा.
पीएम मोदी भी गंभीर
वही, पीएण नरेंद्र मोदी ने संभावित चक्रवात जवाद से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए राज्यों, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की है. उन्होंने अधिकारियों को जान व माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
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