Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case: बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. दरअसल, साल 2021 में सुरेश चंद्राकर की भव्य शादी ने उस समय खूब चर्चा बटोरी जब जगदलपुर से दुल्हन प्राइवेट हेलीकॉप्टर से आई. विदेशी डांसर्स समारोह में पहुंचे और 17 कमरे का बंगला सजाया गया. तीन साल पले हुई इस शादी से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक मामलू कुक से सुरेश चंद्राकर करोड़पति कैसे बना.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सुरेश चंद्राकर के पिता माओवादी इलाके बासागुड़ा में बतौर सिपाही ड्यूटी करते थे. सुरेश चंद्राकर खुद सलवा जुडूम (अब गैरकानूनी संगठन) में स्पेशल पुलिस ऑफिसर के पद पर था. प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर बनने के बाद 10 साल के अंदर ही उसे सरकार की ओर से करोड़ों के रोड प्रोजेक्ट मिलने लगे.  


एक रोड प्रोजेक्ट के लिए की गई मुकेश चंद्राकर की हत्या
मुकेश चंद्राकर हत्या मामले में आरोप ठेकेदार सुरेश को पिछले हफ्ते गिरफ्तार कर लिया गया. आरोप है कि उसने पत्रकार मुकेश चंद्राकर को अपनी ही प्रॉपर्टी में मार कर गाड़ दिया था. न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकार मुकेश चंद्राकर और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की दुश्मनी एक सड़क परियोजना को लेकर ही शुरू हुई थी, जिसका कॉन्ट्रैक्ट सुरेश के पास था. 


ठेकेदार की जमीन में ही मिला था मुकेश का शव
अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, सुरेश चंद्राकर के पास फिलहाल तीन रोड प्रोजेक्ट थे, जिनकी कीमत करीब 170 करोड़ रुपये थी. इनमें से एक प्रोजेक्ट था नेलसनार-कोडोरी-मिरटूर-गांगलूर रोड प्रोजेक्ट था, जिसकी वजह से कथित तौर पर मुकेश की हत्या की गई. तीनों ही प्रोजेक्ट अब कैंसिल कर दिए गए हैं. मुकेश की हत्या कथित तौर पर एक जनवरी को सुरेश की प्रॉपर्टी पर ही की गई थी. यह जमीन बीजापुर के छत्तनपारा में स्थित हैं, जहां 17 कमरे बने हुए हैं. इन कमरों में सुरेश के ही कर्मचारी रहते हैं. 


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