Raigarh News: रायगढ़ में 'छत्तीसगढ़िया ओलंपिक' (Chhattisgarhia Olympic) के दौरान दुखद घटना घट गई. कबड्डी प्रतियोगिता में एक खिलाड़ी की मौत से मातम पसर गया. बुधवार (12 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कबड्डी खिलाड़ी ठंडा राम मालाकार की मौत पर दुख जताते हुए परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि खेल में कभी कभी ऐसे हादसे हो जाते हैं. भालूमार गांव में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तहत कबड्डी प्रतियोगिता हो रही थी. खेलते खेलते 35 वर्षीय ठंडा राम मालाकार सिर के बल गिर गया और फिर उठ नहीं सका.
अस्पताल ले जाने के दौरान कबड्डी खिलाड़ी ने तोड़ा दम
हादसा पटखनी देने के दौरान हुआ. मौके पर मेडिकल टीम और फर्स्ट एड किट तक की व्यवस्था भी नहीं थी. साथी खिलाड़ी जल्दी से ठंडा राम मालाकार को उठाकर नजदीकी घरघोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए. कबड्डी खिलाड़ी की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने रायगढ़ रेफर कर दिया. जर्जर सड़क के कारण घरघोड़ा से रायगढ़ अस्पताल खिलाड़ी को ले जाने में साढ़े 4 घंटे का समय लग गया.
रायगढ़ ले जाने के दौरान तमनार पाली घाट मार्ग पर घायल ठंडा राम मालाकार ने दम तोड़ दिया. अस्पताल में जांच के बाद खिलाड़ी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना पर पूर्व आईएएस और बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जर्जर सड़क के कारण खिलाड़ी की जान नहीं बच सकी.
खराब सड़क के कारण पहुंचने में लग गए साढ़े चार घंटे
घायल खिलाड़ी के परिजन को 50 किलोमीटर की दूरी तय करने में साढ़े 4 घंटे लग गए. ओपी चौधरी ने आरोप लगाया कि मैदान पर खिलाड़ियों को कोई स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं दी गई है. उन्होंने मृतक खिलाड़ी के परिजनों को 50 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की.
बीजेपी नेता ने की खिलाड़ियों का बीमा कराने की मांग
ओपी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के दौरान खिलाड़ी की मौत होने पर परिजनों को 50 लाख रुपए और अपंग होने पर 25 लाख रुपए का प्रावधान सरकार करे. उन्होंने सुझाव दिया कि खिलाड़ियों का बीमा कराए बिना सरकार खेल प्रतियोगिता ना कराए. बीजेपी नेता ने खराब सड़क के लिए जिम्मेदार अधिकारी या ठेकेदार पर FIR दर्ज करने की मांग की.
अपर कलेक्टर राजीव पांडेय ने कहा कि मृतक के परिजनों को शासन की तरफ से तत्काल 50 हजार रुपए दिए गए हैं. प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन गांव-गांव में विलुप्त होते खेलों को संजोने के लिए करा रही है. छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तहत खेल प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर ग्रामीण हिस्सा ले रहे हैं.