Kalicharan Arrested: छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयेजित धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करने वाले कालीचरण की गिरफ्तारी को लेकर दो पार्टियों की लड़ाई धरातल पर दिखने लगी है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के नेता आमने-सामने आ गए है और सियासत शुरू हो गई है. जिस कथित संत कालीचरण ने महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी किया, उसकी गिरफ्तारी पर सवाल उठ रहे हैं.

 

छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कालीचरण को रिलीज करने की मांग का समर्थन किया है. इससे पहले मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गिरफ्तारी की प्रक्रिया पर सवाल उठाया है. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बीजेपी को गोडसे से जोड़ते हुए कई सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा का बयान इस बात को स्पष्ट करने के लिए पर्याप्त है कि पूरी बीजेपी महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे और महात्मा गांधी को गाली देने वाले के साथ खड़ी है.

 

सीएम भूपेश बघेल ने नरोत्तम मिश्रा से पूछे सवाल

 

वहीं सीएम भूपेश बघेल ने अपने बयान में कहा है कि नरोत्तम मिश्रा को ये बताना चाहिए कि महात्मा गांधी को गाली देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी से वो खुश है या दुखी हैं? आपको बता दें कि ट्विटर पर कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद कालीचरण को रिलीज करने के लिए एक बड़ा कैंपेन चल रहा है. इसी के समर्थन में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ बीजेपी नेता और बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ऐसी कार्रवाई शासन का दुरुपयोग है. यह गांधी जी के सिद्धांतों के खिलाफ है.

 

26 दिसंबर को कालीचरण ने आपत्तिजनक टिप्पणी

 

दरअसल रायपुर में 25 और 26 दिसंबर को आयोजित धर्म संसद में देश भर के संत आए थे. इसमें शिरकत करने महाराष्ट्र से कालीचरण भी आए थे. उन्होंने 26 दिसंबर को धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने रायपुर पुलिस से शिकायत की थी और इसके बाद पुलिस ने कालीचरण को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. इसी को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.

 

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