Chhattisgarh: '39 सालों से नहीं ग्रहण किया अन्न-जल, जानें कैसे हैं जिंदा?' बाबा कालिदास ने पीएम मोदी को लेकर कही ये बात
Chhattisgarh News: तपस्वी संत श्रीश्री 1008 बाबा कालिदास कृष्णानंद परमहंस महाराज ने भिलाई प्रवास के दौरान बताया कि वो नशा मुक्ति को लेकर एक विशेष अभियान चला रहे हैं.
Baba Kalidas Maharaj: अपनी कठोर साधना के लिए विख्यात बाबा कालिदास कष्णानंद परमहंस महाराज शनिवार को भिलाई पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने साल 1984 से अन्न-जल ग्रहण नहीं किया. वो केवल नारियल पानी पीकर जीवन जीते हैं. क्योंकि वह नारियल को सबसे पवित्र मानते हैं. तपस्वी संत श्री श्री 1008 बाबा कालिदास कृष्णानंद परमहंस महाराज ने भिलाई प्रवास के दौरान बताया कि वो नशा मुक्ति को लेकर एक विशेष अभियान चला रहे हैं. उसी के सिलसिले में राजनांदगांव जा रहे हैं.
इसी दौरान बाबा से भिलाई में कुछ समय देने का निवेदन किया गया. भिलाई में उन्होंने आयोजित बाबा की बारात का वीडियो देखा. उन्होंने इस आयोजन की काफी सराहना की.
नशा के कारण बढ़ रहा है धर्म परिवर्तन
बाबा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज के युवा नशा के ओर जा रहे हैं. इसके चलते धर्म परिवर्तन बढ़ रहा है. इससे हमारा देश कहां जा रहा है ये सभी को दिखाई दे रहा है. हम अभियान चलाकर लोगों के बता रहे हैं कि वो धर्म से जुड़े, नशा को छोड़े, गौ की सेवा और रक्षा करें. शांति के मार्ग पर चलें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में उन्होंने कहा- ''वो आरएसएस से जुड़े हैं. इसी दौरान उनसे मुलाकात हुई थी. पीएम मोदी से मिलना कोई बड़ी बात नहीं है. वो बहुत सरल और सहज हैं. पीएम मोदी से मेरे पुराने संबंध हैं. मेरी हमेशा उनसे मुलाकात होती है और आगे भी होती रहेगी.''
39 साल से ऐसे हैं जिंदा
बाबा कालिदास ने बताया कि उन्होंने 1984 में अन्न जल का त्याग कर दिया था. उन्हें लगा कि नारियल का जो फल है वो शिव रूप में है. बाहर जटा, अंदर कठोर उसके अंदर फल और उसके अंदर जल होता है. नारियल पानी में सभी तत्व विटामिंस मिल जाते हैं. इसलिए वो आज तक नारियल पानी पीकर जीवन जीते आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि वो कई साल तक लता, पत्ता, फल फूल खाकर रहे थे. इस दौरान उन्होंने सोचा कि धरती की सबसे पवित्र चीज क्या होगी. उसे खाकर क्यों न जिंदा रहा जाए. नारियल सबसे पवित्र होता है. इसलिए उसी का सेवन करके जीवित हूं.
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