Chhattisgarh: कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के वन कर्मियों ने अपने ही अधिकारी के खिलाफ खोला मोर्चा, तस्कर को संरक्षण देने का आरोप
Chhattisgarh News: वनकर्मियों ने अपने उच्च अधिकारी पर आरोप लगाया है कि वह वन तस्कर को संरक्षण दे रहे हैं. इसकी शिकायत सीसीएफ से की गई है. वहीं, पार्क संचालक ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
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Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में मौजूद कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के डिप्टी रेंजर समेत वन कर्मियों ने अपने ही उच्च अधिकारी नेशनल पार्क के संचालक DFO गणवीर धम्मशील के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. डिप्टी रेंजर और वन कर्मियों ने DFO गणवीर धम्मशील पर आरोप लगाया है कि पार्क के भीतर वन तस्कर के खिलाफ कार्रवाई करने से नाराज होकर DFO ने डिप्टी रेंजर का तबादला कर उनकी ड्यूटी कुटुमसर गुफा के टिकट काउंटर में लगा दी है.
डिप्टी रेंजर के साथ साथ वन कर्मचारियों में काफी नाराजगी है. इसके विरोध में वन कर्मियों ने DFO के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इसकी शिकायत एसडीओ और बस्तर के मुख्य वन संरक्षक से की है.और उन पर कार्रवाई की मांग की है...वहीं डीएफओ ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
वन तस्कर को संरक्षण देने का लगाया आरोप
डिप्टी रेंजर पितवास भारती ने बताया कि उनको मुखबिर से सूचना मिली की कांगेर वैली नेशनल पार्क के भीतर धुड़मरासा गांव में धुरवाडेरा होम स्टे के संचालक के पास पर छापेमारी की कार्रवाई की गई और उनके पास से सागौन के चिरान जब्त किए गए. जो काफी कीमती है. लेकिन इस कार्रवाई को लेकर उनके उच्च अधिकारी डीएफओ गणवीर धम्मशील के द्वारा शाबाशी देने की बजाय उनके कार्यवाही से नाराज होकर पहले तो फोन पर डिप्टी रेंजर को डांट लगाई. इसके बाद उनका ट्रांसफर करते हुए कुटुमसर गुफा के टिकट काउंटर में उन्हें अटैच कर दिया.
इधर वन कर्मियों का आरोप है कि कार्यवाही के दौरान तस्कर के द्वारा वन विभाग के दल के साथ दुर्व्यवहार किया गया और अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया. गैरकानूनी तरीके से सागौन का चिरान रखने वाले आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय डीएफओ साहब द्वारा ऐसे लोगों को संरक्षण देने का आरोप भी वन कर्मियों ने लगाया .इस मामले में एसडीओ कमल तिवारी ने वन कर्मियों का पक्ष लिया है उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के साथ ऐसा व्यवहार उचित नहीं है . वही वन कर्मियों ने मुख्य वन संरक्षक को भी इस मामले की शिकायत की है.
डीएफओ ने इस कार्रवाई को पार्क के कार्य क्षेत्र से बताया बाहर
इधर इस मामले में कांगेर वैली नेशनल पार्क के डीएफओ गणवीर धम्मशील का कहना है कि डिप्टी रेंजर और वन कर्मियों के द्वारा उन पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं. डिप्टी रेंजर ने अपने टीम के साथ कांगेर वैली रिजर्व पार्क के बाहर जाकर यह कार्यवाही की है. जिस जगह पर कार्रवाई की गई है वह कांगेर वैली पार्क के कार्य क्षेत्र से बाहर है. डिप्टी रेंजर इस कार्यवाही को कांगेर वैली नेशनल पार्क में दिखाना चाह रहे थे, जो कि सरासर गलत है.
वहीं उन्होंने कहा कि डिप्टी रेंजर पितवास भारती पर करीब 70 से ज्यादा मामले पेंडिंग है जिसके चलते उनका तबादला कुटुमसर गुफा टिकट काउंटर में किया गया है. उनके पेंडिंग मामलों को लेकर लगातार जांच जारी है. और जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने की बात उन्होंने कही है. इधर जिस धुरवारास गांव में वन तस्करी के मामले में कार्यवाही की गई है उस वन क्षेत्र को सामान्य वन मंडल में बताया जा रहा है .हालांकि इस मामले में दरभा फॉरेस्ट के रेंज अफसर बुधराम साहू से भी एबीपी न्यूज़ ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. फिलहाल इस मामले में मुख्य वन संरक्षक के द्वारा जांच की बात कही जा रही है.
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