Naxal Incidents In Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सली अपने टीसीओसी अभियान के दौरान समूचे संभाग भर में जमकर उत्पात मचा रहे हैं. बीजापुर नारायणपुर, सुकमा में कुछ दिन पहले आगजनी की वारदात को अंजाम देने के बाद कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके में भी नक्सलियों ने रविवार की देर रात सड़क निर्माण कार्य में लगी 10 गाड़ियों में आगजनी की वारदात को अंजाम दिया है.
इस घटना में सभी गाड़ी जलकर खाक हो गई है, बताया जा रहा है कि नक्सलियों के कोयलीबेड़ा डिवीजन ने इस घटना को अंजाम दिया है और घटना के बाद से ही पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है, हालांकि इस घटना में नक्सलियों ने कोई जनहानि नहीं पहुंचाई. लेकिन इस आगजनी की वारदात से ठेकेदारों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. आगजनी किये वाहनों में चार ट्रेक्टर, जेसीबी और पोकलेन वाहन शामिल है. इस घटना की पुष्टि कांकेर के एसपी शलभ सिन्हा ने की है.
पुलिस कैंप से कुछ ही दूरी पर दिया वारदात को अंजाम
दरअसल कांकेर मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर अंदर कोयलीबेड़ा का बेल्ट घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है और हाल ही में यहां चिलपरस में नया पुलिस कैंप खोला गया है. इस पुलिस कैंप से कुछ ही दूरी पर नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आगजनी की वारदात को अंजाम दिया है. लंबे समय से इस इलाके में सड़क निर्माण का काम होना था.
लेकिन नक्सलियों की दखलंदाजी की वजह से यह कार्य शुरू नहीं हुआ था, इससे पहले भी नक्सलियों ने इस इलाके में बड़ी संख्या में बैनर लगाकर और पर्चे फेंककर सड़क निर्माण कार्य का विरोध किया था, जिसके बाद रविवार देर रात बड़ी संख्या में पहुंचे नक्सलियों ने यहां खड़ी एक के बाद एक 10 वाहनों के डीजल टैंक को फोड़कर उसमें आग लगा दी.
इस घटना से सड़क निर्माण का कार्य कर रहे ठेकेदारों को बड़ा नुकसान हुआ है, इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद सोमवार सुबह मौके पर पुलिस की टीम को भेजा गया और जिसके बाद आसपास सर्चिंग बढ़ा दी गई है ,कांकेर एसपी शलभ सिन्हा का कहना है कि इस इलाके में लगातार हो रहे विकास कार्य से नक्सली पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं और इस तरह की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बढ़ती घटनाओं को देखते हुए इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाएगी, साथ ही वाहनों को भी अब पुलिस कैम्प या आसपास के थानों में रखा जाएगा, फिलहाल इलाके में DRG और सीआरपीएफ की टीम के द्वारा नक्सल ऑपरेशन तेज किया गया है और लगातार सर्चिंग जारी है, इधर इस घटना के बाद से बस्तर संभाग में अब तक नक्सलियों ने बीते 3 महीनों में विभिन्न सरकारी काम में लगे 30 से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया है.
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