Antagarh Passenger Train: देश की आजादी के 75 साल बाद अब छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ वासियों को भी यात्री ट्रेन की सुविधा मिल गई है. पहली बार कोदल्ली राजहरा से भानुप्रतापपुर-केवटी होते हुए यात्री ट्रेन अंतागढ़ पहुंची. दोपहर 1:35 पर ट्रेन को कांकेर लोकसभा के सांसद मोहन मंडावी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस ट्रेन के शुरू होने से पहले 2 बार इस रेल लाइन में ट्रायल किया गया था. जिसके बाद 13 अगस्त शनिवार को आखिरकार यात्री ट्रेन अंतागढ़ रेलवे स्टेशन तक पहुंची. इस ट्रेन के शुरू होने से अंतागढ़ वासियों में काफी खुशी का माहौल देखने को मिला. हाथों में तिरंगा झंडा लेकर इस ट्रेन का स्वागत किया गया. इस मौके पर बीजेपी सांसद मोहन मंडावी के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में अंतागढ़ वासी भी मौजूद रहे.
अंतागढ़ से दुर्ग तक मिली यात्री ट्रेन की सौगात
कांकेर जिले के इस धुर नक्सल प्रभावित अन्तागढ़ में सड़क मार्ग ही एक साधन था. लंबे समय से बस्तर वासी यात्री ट्रेन की मांग कर रहे थे जिसके बाद भानुप्रतापपुर केवटी से अंतागढ़ तक रेलवे ट्रैक बिछाने का काम शुरू किया गया. हालांकि इस दौरान रेलवे प्रशासन को और स्थानीय पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बाद भी कड़ी मशक्कत कर इस रेल लाइन को पूरा किया गया और अब 13 अगस्त से अंतागढ़ से राजधानी रायपुर और दुर्ग तक यात्री ट्रेन की सुविधा शुरू हो गई है. स्टेशन मास्टर ने बताया कि 2019 में अन्तागढ़ में ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए दो दफा ट्रायल किया गया था, लेकिन कोरोनाकाल की वजह से ट्रेन सेवा शुरू नहीं हो सकी थी.
दल्ली राजहरा से भानुप्रतापपुर, केवटी होते हुए ट्रेन अन्तागढ़ पहुँचेगी. केवटी तक ट्रेन सेवा की शुरुआत साल 2019 में हो गई थी. रावघाट परियोजना के तहत क्षेत्र में रेल लाइन की सौगात मिली है जिसका लाभ अब क्षेत्र के लोगो को मिलेगा. स्टेशन मास्टर ने बताया कि अन्तागढ़ से रावघाट तक रेल लाइन बिछाने का कार्य अभी जारी है जो जल्द ही पूरी होने की संभावना है. अब पैसेंजर ट्रेन अंतागढ़ से केवटी -भानुप्रतापपुर- दल्लीराजहरा से होते हुए रायपुर से दुर्ग पहुंचेगी.
ट्रेन के माध्यम से नक्सलगढ़ अंतागढ़ तक पहुंचेगा विकास
सांसद मोहन मंडावी ने कहा कि क्षेत्र के वासी लंबे समय से यात्री ट्रेन की सुविधा की मांग कर रहे थे, लेकिन नक्सल दहशत होने की वजह से यहां रेल लाइन नहीं बिछ पा रहा था. केंद्रीय सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस की मदद से काफी सालों के बाद इस क्षेत्र में रेल लाइन बिछाने का कार्य शुरू हुआ और नक्सलियो के गढ़ में सुरक्षाबलों की तैनाती में ट्रेन की सेवा शुरू हुई.
सांसद ने कहा कि राजधानी रायपुर से अंतागढ़ सीधे रेल लाइन से जुड़ने से अब अंतागढ़ और कांकेर वासियों को सारी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा. साथ ही उन्होंने क्षेत्र में ट्रेन के माध्यम से विकास की बहार पहुंचने की उम्मीद भी लगाई है.