Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, अपनी मांगों को मनवाने के लिए लगातार इन शासकीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा अलग अलग तरीके से प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं इस दौरान शासकीय कर्मचारी और अधिकारी राज्य सरकार (Government of Chhattisgarh) के जिम्मेदारों को भी मांग पूरी नहीं करने पर कोस रहे हैं. ऐसे ही एक सेकंड क्लास के अधिकारी का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल (Viral Video) हो रहा है.
इस वीडियो में एक अधिकारी ने राज्य सरकार (Chhattisgarh CM) के खिलाफ अपनी जमकर भड़ास निकाली है. अधिकारी ने अपने संबोधन में ऐसा कुछ कह डाला है कि अब कलेक्टर ने उन्हें नोटिस जारी कर इस संबोधन की जांच के लिए टीम भी गठित कर दिया है. वहीं अधिकारी की नौकरी पर भी अब तलवार लटकती नजर आ रही है.
कर्मचारियो के बीच निकाली अपनी भड़ास
दरअसल छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के अंतागढ़ ब्लॉक के जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी.आर साहू ने अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन हड़ताल के दौरान मंच से मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार की योजनाओं को आड़े हाथों लेकर जमकर अपनी भड़ास निकाल दी. जनपद सी.ई.ओ पी. आर साहू ने प्रदर्शन स्थल पर सरकार के खिलाफ कहा कि केवल ट्रैक्टरों में ग्रामीणों की भीड़ जुटाकर, उल्टी सीधी बातों पर ताली बजवाने की सच्चाई हम लोग जानते हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों को गोबर से कोई लाभ नहीं हो रहा है, उनके नाम से लाभ उठाने की योजना सरकार के द्वारा बनाई गई है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में केवल छत्तीसगढ़ ही 22 प्रतिशत डीए पर अटका है जबकि अन्य राज्यो में DA बढ़ा दी गयी है.
सीईओ ने मुख्यमंत्री को लेकर कही ये बात
जनपद सीईओ यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि हमने ऐसा मुख्यमंत्री पाया है जो कहने को छत्तीसगढ़िया है लेकिन उसे गेढ़ी चढ़ने, पोला तीजा में नाचने से फुर्सत नहीं है. आज छत्तीसगढ़ को एक कुशल प्रशासनिक मुख्यमंत्री की जरूरत है और मैं भी छत्तीसगढ़िया होने के नाते मुख्यमंत्री के छत्तीसगढ़ी संस्कृति से लगाव का सम्मान करता हूं लेकिन यह भी कहूंगा कि गेढ़ी चढ़ने या आदिवासी नृत्यों पर नाच करने से प्रदेश का विकास नहीं होने वाला है. मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ के मंत्री कर्मचारियों का वेतन देने में बजट का अभाव बताते हैं और विधायक, मंत्री के वेतन बढ़ाने का पैसा कहां से लाते हैं. हड़ताल में बैठे अधिकारी कर्मचारी भाषण सुन तालियां बजाते रहे लेकिन जनपद सीईओ को रोकने-टोकने कोई सामने नहीं आया.
जनपद सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी
इधर जनपद सीईओ पी.आर साहू के बिगड़े बोल का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने के बाद कांकेर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने इस मामले की जांच के लिए 3 सदस्य टीम गठित की है जो अगले 3 दिन के अंदर पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. वहीं जनपद सीईओ को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन के अंदर अपने भाषणबाजी को लेकर जवाब देने को कहा गया है. गौरतलब है कि पूरे राज्य में शासकीय अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं लेकिन कहीं भी अधिकारी कर्मचारियों के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार को लेकर इस तरह के बिगड़े बोल के वीडियो सामने नहीं आए. वहीं इस वीडियो के तेजी से वायरल होने के बाद अब जनपद सीईओ के नौकरी जाने को लेकर भी खतरा बना हुआ है.