Elephant Rampage In Kanker: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कांकेर (Kanker) जिले के चारामा इलाके में इन दिनों एक जंगली हाथी ने जमकर उत्पात मचा रखा है. हाथी ने यहां पिछले सप्ताह भर से अब तक 10 घरों को धराशायी कर दिया है. यही नहीं हाथी ने एक व्यक्ति की पैर से कुचलकर जान ले ली है. वहीं इतने दिनों से हाथी के उत्पात मचाने के बावजूद भी वन विभाग इस हाथी को इलाके से भगा पाने में नाकामयाब साबित हो रहा है. आलम यह है कि हाथी की सूचना मिलने पर ग्रामीणों को रातभर जागना पड़ रहा है.


इतना ही नहीं लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित जगह रात गुजारने को मजबूर हैं. साथ ही वो प्रशासन से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं. चारामा से लेकर पूरे 50 किलोमीटर के दायरे में हाथी के दहशत से गांव-गांव में कर्फ्यू जैसे हालात हैं. चारामा वन परिक्षेत्र के अधिकारी ने बताया कि यहां के दरगाहन, कोटेला, कुरुटोला और भिरोद गांव में हाथी को देखा गया है. ये हाथी पखांजूर, दुर्गकोंदल और कापसी में घूमते हुए बालोद जिले के सीमावर्ती गांव से चारामा परिक्षेत्र में आ पहुंचा है.


गांव गांव में कराई गई मुनादी
उन्होंने बताया कि इस वन परिक्षेत्र के विभिन्न गांवों को पार करके हाथी आगे बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि शनिवार की रात कुरूटोला और भिरोद गांव में हाथी ने 6 से अधिक मकानों को नुकसान पहुंचाया है. इस आर्थिक नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. वहीं गांवों में भी मुनादी कराई गई है. साथ ही गांव वालों से अपील की गई है कि वो हाथी के आसपास ना जाएं. बता दें हाथी के अचानक चारामा परीक्षेत्र के गांव में आने से लोगों में दहशत है. जिन ग्रामीणों के घरों को हाथी ने नुकसान पहुंचाया है, वो दूसरे के घरों में शरण लिए हुए हैं.


की जा रही है हाथी की निगरानी
गांव के बीच बस्ती में हाथी को घूमता देख लोगों के मन में डर का माहौल बन गया है. बताया जा रहा है कि कई ग्रामीणों के घरों में रखे धान को भी इस हाथी ने चट कर दिया है. खास बात यह है कि हाथी के हमले से कुछ दिन पहले ही पखांजूर वन परिक्षेत्र में एक युवक की मौत हो चुकी है. फिलहाल वन विभाग हाथी की निगरानी कर रहा है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि हाथी लगातार उत्पात मचा रहा है. ग्रामीणों के द्वारा गांव के आस-पास हाथी को देखे जाने से दहशत का माहौल बना हुआ है.


ग्रामीणों का यह भी कहना है कि वह अपने घर नहीं जा पा रहे हैं, क्योंकि हमेशा संभावना रहती है कि हाथी कहीं वापस ना आ जाए. उनका कहना है कि वन विभाग की टीम भी हाथी पर नजर नहीं रख रही है. इस वजह से लोगों के मन में डर समा गया है. साथ ही ग्रामिण विभाग के बड़े अधिकारियों से हाथी को इलाके से जंगल की ओर खदेड़ने की मांग कर रहे हैं.


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