CG Lok Sabha Election: कांकेर में आत्मसमर्पण करने के बाद पहली बार वोट करने पहुंचे पूर्व नक्सली, जताई खुशी
CG Lok Sabha Election 2024: 2012 में सरेंडर करने के बाद पहली बार पूर्व नक्सली वोटिंग के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचे. माओवादी संगठन में रहकर हमेशा मतदान का बहिष्कार करने वालों ने पहली बार वोट डाला.
CG Lok Sabha Election 2024 Phase 2: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के दौरान कांकेर लोकसभा सीट से एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई. जहां कभी लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रखने वाले नक्सली आत्मसमर्पण करने के बाद पहली बार मतदान करने के लिए पहुंचे. इन पूर्व नक्सलियों ने मतदान करने को लेकर खुशी जाहिर की.
कांकेर शहर के आदर्श मतदान केंद्र पर 3 आत्मसमर्पित नक्सली पहुंचे थे. इस दौरान एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वो पहली बार मतदान करने के लिए पहुंचे है. वे मतदान करके काफी खुश हैं.
माओवादी संगठन में रहकर चुनाव का बहिष्कार करते थे नक्सली
दरअसल, ये पूर्व नक्सली माओवादी संगठन में रहकर हमेशा से ही चुनाव का बहिष्कार करते आए थे और लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रखते थे, लेकिन सरेंडर करने के बाद उन्हें सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ भी मिला,पहचान भी मिली और अब मतदान करने का मौका भी मिला. इन सरेंडर नक्सलियों में पुरुष नक्सली सुनील नक्सलियो के रावघाट डिवीजन कमेटी का सचिव हुआ करता था और इसपर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था.
महिला नक्सली पार्वती पर था 2 लाख का इनाम
वही महिला नक्सली पार्वती 6 सालों से माओवादी संगठन में रावघाट एरिया कमेटी की सदस्य थी उसपर 2 लाख का इनाम था. इसके अलावा अन्य 2 और नक्सली भी माओवादी संगठन में काफी लंबे समय से सक्रिय थे. इन सभी ने 2012 में कांकेर पुलिस के सामने सरेंडर किया था. उसके बाद उन्हें सरकार की ओर से जमीन मिली, नौकरी मिली, घर मिला और आज मतदान करने का मौका भी मिला.
नक्सलवाद का खात्मा करने वाला नेता चाहते है पूर्व नक्सली
पूर्व नक्सलियों ने एबीपी लाइव के माध्यम से अपील की कि माओवादी संगठन में जितने भी स्थानीय नक्सली हैं उन्हें भी सरेंडर कर सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ लेना चाहिए. लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लेना चाहिए. सरेंडर नक्सलियों ने कहा कि वे कांकेर लोकसभा और देश मे ऐसा नेता चाहते हैं जो पिछले 4 दशकों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे बस्तर और कांकेर को नक्सलवाद से मुक्त कर सके और नक्सलवाद का खात्मा कर सके, ताकि बस्तर में हमेशा शांति,अमन चैन बना रहे.