Manoj Mandavi: छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर से विधायक मनोज मंडावी का रविवार देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया. पैतृक गांव नथिया नवा में मुखाग्नि दी गई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सभी कैबिनेट मंत्रियों के साथ अंत्येष्टि में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने दिवंगत विधायक मनोज मंडावी के पार्थिव शरीर को कांधा दिया और अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम पहुंचे. अंतिम संस्कार कार्यक्रम के मौके पर सभी कांग्रेसी विधायक मौजूद रहे. बड़ी संख्या में कांकेर और भानुप्रतापपुर के लोगों ने भी अंत्येष्टि में शिरकत की. बता दें कि विधायक मनोज मंडावी की आज सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. मौत की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिजनों के बीच पहुंचकर संवेदना जताते हुए ढाढस बंधाया.


मनोज मंडावी की मौत पर मंत्रियों और विधायकों ने जताया शोक


मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक मनोज मंडावी के आकस्मिक निधन से काफी आघात पहुंचा है. उन्होंने मनोज मंडावी को बस्तर के आदिवासियों का हितैषी बताया. मनोज मंडावी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भी थे. मुख्यमंत्री बघेल ने दुख की घड़ी में परिवार को भगवान से हिम्मत प्रदान करने की कामना की. पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत सभी कैबिनेट मंत्रियों और बस्तर के 11 विधायकों ने मंडावी की अचानक मौत पर शोक व्यक्त किया.


Chhattisgarh: ED की छापेमारी पर भड़के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, लगाया पक्षपात का आरोप, IAS अफसरों पर भी बोला हमला


दिवंगत मनोज मंडावी के अंतिम संस्कार के बाद मुख्यमंत्री वापस रायपुर के लिए रवाना हो गए. मनोज मंडावी बस्तर में आदिवासियों के बड़े नेता माने जाते थे. आदिवासियों की समस्याओं को मजबूत तरीके से रखनेवाले मंडावी की मौत के बाद मातम का माहौल है. कांकेर और भानुप्रतापपुर में लोगों की आंखें नम हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी देवलाल दुग्गा को 27 वोट से पराजित कर जीत का परचम लहराया था.