Kanker News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर संभाग में नक्सलियों ने बीजेपी (BJP) विधायक को जान से मारने की धमकी दी है. नक्सलियों ने बीजेपी के पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी (Vikram Usendi) और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) पर भी निशान साधा है. दरअसल नक्सली संगठन के उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव सुखदेव कोड़ो द्वारा जारी बयान में अंतागढ़ के पूर्व विधायक और जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक भोजराज नाग (Bhojraj Nag) पर धर्मांतरण के नाम पर आदिवासियों को आपस में लड़ाने और दंगा भड़काने का आरोप लगाया है.


नक्सलियों ने भोजराज नाग को आरएसएस का एजेंट बताते हुए जन अदालत में सजा देने की धमकी दी है. नक्सलियों ने धर्मांतरण के विरोध में भोजराज नाग के आंदोलन को पूरी तरह से गलत बताया है. नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में लिखा है कि भोजराज नाग धर्मांतरण के नाम पर क्षेत्र में आदिवासियों को आपस में लड़ाने और क्षेत्र में दंगे भड़काने का काम कर रहे हैं. साथ ही आदिवासी समाज को त्याग कर हिंदू धर्म में शामिल होने के लिए उन्हें उकसाने की बात लिखी है.


शव दफनाने के विवाद को बताया गलत
इसके अलावा क्रिश्चिन धर्म अपनाने वाले परिवार के सदस्य की मृत्यु होने के बाद शव दफन को लेकर आए दिन हो रहे विवाद को भी गलत ठहराया है. नक्सलियों ने लिखा है कि मौत के बाद कब्रिस्तान पर सबका संवैधानिक अधिकार है. हर हर धर्म को कब्रिस्तान नसीब होने का अधिकार संविधान देता है. ऐसे में भोजराम नाग आदिवासी समाज को भड़काने का काम कर रहे हैं. 


मोहन भागवत पर नक्सलियों ने लगाया यह आरोप
नक्सलियों ने मोहन भागवत पर राजनीतिक रोटी सेकने और आदिवसियों को धर्म के नाम पर आपस में लड़ाने का आरोप लगाया है, साथ ही  कांकेर के पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी पर आदिवासियों को लेकर वोट बैंक के राजनीति करने का आरोप लगाया है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही पखांजूर में धर्म परिवर्तन करने वाले एक ग्रामीण की मौत के बाद उसके शव को दफनाने को लेकर जमकर विवाद हुआ था और इसमें भोजराज नाग भी शामिल थे.


भोजराज नाग ने धर्मांतरण के खिलाफ पखांजूर भी बंद कराया था इसके बाद अब नक्सलियों ने भोजराज को निशाने पर लिया है. और उन्हें जान से मारने की धमकी दी है.


भोजराज नाग ने सुरक्षा घटाने का लगाया आरोप
उधर, भोजराज नाग ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि संवेदनशील क्षेत्र में रहने के बावजूद उनकी सुरक्षा हटा दी गई है. पहले उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा मिली थी, लेकिन अब Y श्रेणी की सुरक्षा है. उन्होंने धर्मांतरण को लेकर कहा कि हम जो काम कर रहे हैं, वह ईश्वर का काम है. धर्मांतरण की लड़ाई लड़ना हमारा काम है, हम आदिवासियों के मूल धर्म को बचाने का काम कर रहे हैं.


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