Kanker Naxal Attack IED Blast: कांकेर (Kanker)  जिले के कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत पानीडोबीर के जंगल में नक्सलियों के द्वारा लगाया गया पाइप बम डिफ्यूज करते समय एक बीएसएफ (BSF) का  जवान घायल हो गया. हालांकि जवान को मामूली  चोट आई है और उसकी स्थिति सामान्य है. कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि बीएसएफ के जवान इस इलाके में सर्चिंग के लिए निकले हुए थे. इसी दौरान कोयलीबेडा क्षेत्र के पानीडोबीर के जंगल में पाइप बम बरामद हुआ. बम को डिफ्यूज करते वक्त आईईडी में लगा स्प्रिंटल जवान के चेहरे और  कान में लगा. 


कांकेर एसपी ने बताया कि घायल जवान का नाम जनकिराम दुग्गा है.  जवान को मामूली चोट आई है पर वो पूरी तरह से सुरक्षित है. इस बार नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए अपने बैनर पोस्टर के पास ब्लूटूथ स्पीकर भी लगा रखा था और उसके आगे आईईडी पाइप बम प्लांट कर रखा था, ताकि जवान इस आईईडी की चपेट में आ जाएं, लेकिन जवानों ने सतर्कता दिखाई और नक्सलियों के प्लान को समझते हुए  इस बम को ढूंढकर डिफ्यूज कर दिया. दरअसल चुनावी  महीने में नक्सल प्रभावित  कांकेर जिले में कुल 13 नक्सल वारदाते हुई हैं.


तीन बार नक्सलियों से जवानों की मुठभेड़
इस दौरान तीन बार नक्सलियों से जवानों की मुठभेड़ हुई, जिसमें एक जवान शहीद हो गया. वहीं पांच ग्रामीणों की भी अलग-अलग घटना में मौत हो गई. एक मुठभेड़ में पुलिस के जवानों ने नक्सलियो की एक  AK-47 रायफल के साथ 11 जिंदा आईईडी बम, एक देशी रॉकेट लॉन्चर, भारी मात्रा में विस्फोटक और दैनिक सामान बरामद किया. इधर नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुचानें के लिए इस चुनावी महीने में  तरह-तरह के पैंतरे अपनाए. कुछ दिन पहले जिले के छोटेबेठिया थाना के मारबेड़ा में नक्सलियों ने अपने बंद को लेकर बैनर-पोस्टर लगाया था.


आईईडी बम किया गया बरामद
यहां नक्सलियों ने एक ब्लूटूथ डिवाइस को लगा रखा था, लेकिन जवानों के इलाके में  गहन सर्चिंग करने पर ब्लूटूथ की कुछ दूरी पर एक किलो का आईईडी बम बरामद किया गया, जिसे मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया गया. बीते  23 नवंबर को  भी कांकेर  जिले के पीव्ही 91 के पास चितरंजन नगर गांव में नक्सलियों ने जियो टॉवर में बैनर पोस्टर लगाए थे. जब सुरक्षा बल के जवान यहां पहुंचे तो उन्हें वायर लगा एक डिवाइस दिखा, जो जांच में  ब्लूटूथ स्पीकर निकला, लेकिन यहां आईईडी बम नहीं मिला था.


इस बार बुधवार को भी नक्सलियों ने ब्लूटूथ डिवाइस को सहारा बनाकर पास में ही आईईडी  बम लगाया था, ताकि जवान भ्रमित हो और उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सके, लेकिन जवानों ने सतर्कता दिखाते हुए ब्लूटूथ स्पीकर के पास लगे बम को निकाल कर उसे डिफ्यूज कर दिया. गौरतलब है कि नक्सली जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए हमेशा से ही तरह-तरह के पैंतरे अपनाते आए हैं. 


नकस्ली  स्पाईक होल्स, कभी पाइप बम तो कभी प्रेशर बम से जवानों को नुकसान पहुंचाने के फिराक में रहते हैं. पहली बार ऐसा हुआ है कि जब नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने बैनर पोस्टर के पास ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर बम प्लांट किया था.


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