Kawasi Lakhma Statement On Conversion: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) ने अपने बस्तर (Bastar) प्रवास के दौरान धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया है. कवासी लखमा ने कहा कि कांग्रेस (Congress) सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में पूरे बस्तर संभाग में एक भी धर्मांतरण का मामला सामने नहीं आया है.
लखमा ने कहा, "ग्रामीणों के मौत पर उनके शव पर एक मुट्ठी मिट्टी दी जाती है. उन्हें कपड़ा दान किया जाता है. लकड़ी दान की जाती है, लेकिन बीजेपी और कुछ संगठन के लोग ग्रामीणों की मौत पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं. मैनें विधानसभा में और उसके के बाहर भी कहा था कि अगर बस्तर में एक भी धर्मांतरण का मामले सामने आता है, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा और राजनीति छोड़ दूंगा."
उन्होंने कहा कि बीजेपी बस्तर में भाई-भाई को लड़ाने और आदिवासियों समूह के बीच आपस में खोट डालने का काम कर रही है. नारायणपुर में भी चर्च में तोड़फोड़ और हिंसक लड़ाई में बीजेपी के जिला अध्यक्ष का ही नाम सामने आया था. इसलिए कानून ने उन्हें सजा सुनाई. अब बीजेपी बस्तर जिले में ग्रामीणों के मौत पर राजनीति कर रही है. तोकापाल, डिलमिली ,भेजरीपदर लौहंडीगुड़ा और मालगांव में हुई ग्रामीणों के मौत के बाद उनके शव को गांव में दफन करने का विरोध करना बीजेपी की ओछी राजनीति को दर्शाता है.
लखमा ने कहा- बस्तर में नहीं हो रहा धर्मांतरण
लखमा ने कहा "बस्तर के लोग इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे. बस्तर में धर्मांतरण नहीं हो रहा है, लेकिन ग्रामीणों के मरने के बाद उनके मौत पर बीजेपी जरूर राजनीति कर रही है. उनके परिवार वालों के दुख के घड़ी में उनके साथ शामिल होने की बजाय बीजेपी के लोग शव दफ्न करने को लेकर विरोध कर रहे हैं और बस्तर के गांव गांव का माहौल खराब कर रहे हैं." लखमा के इस बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता केदार कश्यप ने कहा कि उनको धर्मांतरण के मामले में एक भी शब्द बोलने का अधिकार नहीं है.
केदार कश्यप का पलटवार
केदार कश्यप ने कहा "खुद बस्तर संभाग में तैनात प्रशासन के अधिकारी इस बात को मान रहे हैं कि संभाग के जिलों में तेजी से आदिवासियों का धर्मांतरण हो रहा है. आलम यह है कि बस्तर में वर्ग संघर्ष की स्थिति निर्मित हो गई है, लेकिन कवासी लखमा को बस्तर में धर्मांतरण नहीं दिख रहा है. गांव गांव में धर्मांतरण को लेकर ही विवाद हो रहे हैं. सैकड़ों सालों से अपनी परंपरा को निभा रहे आदिवासी प्रलोभन में आकर धर्म परिवर्तन कर रहे हैं. इसके लिए कोई ठोस कानून बनाने की बजाए कांग्रेस सरकार धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है."
गौरतलब है कि, बस्तर में धर्मांतरण का मुद्दा छाया हुआ है. पिछले कुछ महीनों से धर्मांतरण के मामले में बीजेपी ने यहां कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी बस्तर में तेजी से आदिवासियों के धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ने पर कांग्रेस को घेर रही है. इतना ही नहीं नारायणपुर में हुई आदिवासियों के बीच हिंसक लड़ाई के लिए भी बीजेपी ने कांग्रेस सरकार को दोषी करार देते हुए बस्तर में धर्मांतरण को बढ़ावा देने का आरोप लगा रही है.