Kawasi Lakhma Heart Attack: विधानसभा की कार्यवाही के दौरान पूर्व मंत्री कवासी लखमा को आया हार्ट अटैक, CM विष्णुदेव साय ने की बेहतर स्वास्थ्य की कामना
Kawasi Lakhma: विधानसभा की कार्यवाही चल रही थी, इसी दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा सीट से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
Kawasi Lakhma News: छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा सीट से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा का दिल का दौरा पड़ा है. विधानसभा की कार्यवाही चल रही थी, तभी विधायक कवासी लखमा की तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया. उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर सुनते ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बेहतर स्वास्थ्य की कामना की है. उन्होंने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि मैं उनकी स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं.
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा, ''छत्तीसगढ़ विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य, पूर्व मंत्री कवासी लखमा जी को हृदयाघात की दुःखद सूचना प्राप्त हो रही है. मैं प्रभु श्रीराम से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं''. कांग्रेस के दिग्गज नेता और कोंटा सीट से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा की तबीयत छत्तीसगढ़ विधानसभा कार्यवाही के दौरान बिगड़ गई, जिसके बाद आनन फानन में उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां उनका इलाज चल रहा है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य, पूर्व मंत्री श्री कवासी लखमा जी को हृदयाघात की दुःखद सूचना प्राप्त हो रही है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) February 20, 2024
मैं प्रभु श्रीराम से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूँ।
नक्सलियों के हमले में जीवित बच गए थे कवासी लखमा
बता दें कि छत्तीसगढ़ के कद्दावर नेताओं में से एक हैं पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा. वे अपनी बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. कवासी लखमा सुकमा जिले के दरभा घाटी में कांग्रेस के काफिले पर 2013 के नक्सली हमले में जीवित बचे लोगों में से एक हैं. इस हमले में राज्य के पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रमुख नंद कुमार पटेल और विद्या चरण शुक्ला सहित 27 लोग मारे गए थे. कवासी लखमा ने एक बार कहा था, "मैं स्कूल नहीं गया था और एक गरीब परिवार में पैदा हुआ था, लेकिन फिर भी भारत की सबसे बड़ी पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया. व्यापारी वर्ग, गरीब और युवा सहित समाज के सभी वर्गों के लोग मुझे प्यार करते हैं.कवासी लखमा के लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि साल 2003 में उन्होंने बड़े अंतर यानी 51.54 फीसदी वोट से जीत हासिल की थी. उनका निर्वाचन क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. वे नक्सलियों के साथ उनकी मूल भाषा में बातचीत करने में सक्षम हैं.
लगातार छठी बार बने विधायक
कवासी लखमा साल 1998 में पहली बार कोंटा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे, जब छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का हिस्सा था. बाद में वे 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में फिर से निर्वाचित हुए. 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार कवासी लखमा ने कोंटा सीट पर 1981 वोटों से जीत दर्ज की. उन्होंने बीजेपी के सौमया मुका को हराया और इस तरह कांग्रेस के दिग्गज नेता कवासी लखमा लगातार छठी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं. बता दें कि माइनर हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में उनका इलाज जारी है.
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