Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024: अपने बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बस्तर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री कवासी लखमा का एक बयान इन दिनों चर्चा का विषय बन गया है. बुधवार को नामांकन के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा जगदलपुर के लालबाग मैदान में चुनावी सभा का आयोजन किया था.
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कवासी लखमा ने बेहद मजाकिया अंदाज में कहा कि "मैं तो अपने बेटे के लिए बहू तलाशने गया था लेकिन पार्टी ने दुल्हन मुझे सौंप दी"
लखमा के इस बयान के बाद सभा में ठहाके लगने लगे, दरअसल पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज का टिकट काटकर बस्तर लोकसभा से कांग्रेस ने कोंटा विधानसभा से 6 बार के विधायक कवासी लखमा को प्रत्याशी बनाया है. टिकट की रस्साकस्सी के दौरान कवासी लखमा दिल्ली तक पंहुच गए थे.
कवासी लखमा चाहते थे कि पार्टी उनके बेटे सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी को टिकट दे, लेकिन पार्टी ने आखिर में कवासी लखमा को ही प्रत्याशी घोषित किया, कवासी लखमा के इस बयान ने कांग्रेस के अंदर टिकट को लेकर हुई रस्साकसी को भी स्पष्ट कर दिया है.
सभा को सम्बोधित करते हुए कवासी लखमा ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताया. इधर दीपक बैज का टिकट कटने से उनके समर्थक नाराज बताए जा रहे है, हालांकि समर्थकों की नाराजगी छुपी हुई है.
कवासी लखमा जानते है कि अगर उन्हें बस्तर में जीत हासिल करनी है तो उन्हें दीपक बैज के गुट को भी साधना होगा. कवासी लखमा ने मंच से कहा कि दीपक बैज पीसीसी अध्यक्ष है. इस नाते वे प्रदेश के सबसे बड़े नेता होंगे और उनकी जिम्मेदारी 11 लोकसभा सीट जीताने की होगी.
बस्तर सीट जीतना वर्चस्व की लड़ाई
दरअसल बस्तर कांग्रेस कमेटी में पिछले कुछ दिनों से लगातार गुटबाजी देखने के साथ कांग्रेस की दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, नामांकन के दिन बुधवार को कांग्रेस की महापौर सफिरा साहू समेत 6 पार्षदों ने बीजेपी प्रवेश किया है.
वही बस्तर लोकसभा सीट से टिकट पाने को लेकर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मंत्री कवासी लखमा के बीच रस्साकस्सी की बात भी कवासी लखमा के बयान के बाद सामने आ गई है.
हालांकि कवासी लखमा अध्यक्ष दीपक बैज की टिकट कटने से उनमें किसी तरह की नाराजगी नहीं होने की बात कह रहे हैं और बस्तर लोकसभा सीट के साथ प्रदेश के पूरे 11 सीटों में जीत हासिल कराने के लिए दीपक बैज को कांग्रेस का सबसे बड़ा नेता बता रहे हैं.
वही दीपक बैज भी कवासी लखमा को टिकट दिए जाने से इसे पार्टी का फैसला बता रहे हैं और किसी तरह की नाराजगी नहीं होने की बात कह रहे हैं. इधर बस्तर लोकसभा सीट जीतना पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के लिए वर्चस्व की लड़ाई हो गई है, क्योंकि इस सीट से बीजेपी ने महेश कश्यप को टिकट दिया है, और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव भी बस्तर से है.
दोनों प्रमुख पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के लिए बस्तर लोकसभा की सीट जिताना काफी महत्वपूर्ण हो गया है.
फिलहाल दीपक बैज कांग्रेस पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी नहीं होने की बात कह रहे हैं और एक जुटता दिखाकर इस सीट को जीतने का दावा कर रहे हैं.. और इधर कवासी लखमा चुनावी प्रचार में जोर-शोर से जुट गए है.
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