छत्तीसगढ़ के इन जिलों की बदलेगी तकदीर? पूर्व पश्चिम एक्सप्रेस-वे केसरिया कॉरिडोर से विकास में आएगी तेजी
Chhattisgarh: द्वारिका से पुरी तक बनने वाले पूर्व-पश्चिम एक्सप्रेसवे का धार्मिक, पर्यटन और आर्थिक लाभ होगा. इसे बनाने से MP और छत्तीसगढ़ में रायपुर, भिलाई, दुर्ग और महासमुंद को फायदा होगा.
Chhattisgarh News: केंद्र में बीजेपी की तीसरी बार सरकार बनने के बाद इस कार्यकाल में द्वारिका (गुजरात) से जगन्नाथ पुरी (ओड़िसा) के बीच पूर्व पश्चिम नए एक्सप्रेस- वे बनने की उम्मीद नजर आ रही है, दरअसल धार्मिक दृष्टिकोण से द्वारिका और जगन्नाथ पुरी चार धाम में से दो प्रमुख धाम है, अगर इस एक्सप्रेस- वे( केसरिया कॉरिडोर )को बनाया जाता है तो धार्मिक ,पर्यटन से लेकर व्यापार, उद्योग और अन्य आर्थिक गतिविधि बढ़ेगी.
इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में समृद्धि आएगी और इससे सैकड़ो लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा, खास बात यह है कि मध्य प्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ राज्य के भी कुछ शहरों को इसका फायदा मिलेगा. मोदी सरकार के द्वारा बनाये जा रहे केसरिया कॉरिडोर से छत्तीसगढ़ के जिन शहरों को फायदा मिलने वाला है उसमें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, भिलाई, दुर्ग और महासमुंद शामिल है.
छत्तीसगढ़ के चारों जिलों के लोगों को मिलेगा आर्थिक फायदा
उम्मीद लगाई जा रही है कि पूर्व पश्चिम एक्सप्रेस-वे बनने से खनिज संपदा और कृषि से समृद्ध राज्य में शानदार कनेक्टिविटी बनेगी, छत्तीसगढ़ राज्य लोहा, जस्ता और कोयला जैसे खनिजो से समृद्ध है, ऐसे में इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से छत्तीसगढ़ के इन चारों जिलों के लोगों को आर्थिक फायदा मिलने के साथ सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
खास बात यह है कि वर्तमान में द्वारका से पुरी पहुंचने के लिए 2200 किलोमीटर के सफर को तय करने में 45 घंटे का समय लगता है, वहीं इस केसरिया कॉरिडोर के बन जाने से द्वारका से पुरी का सफर आसान हो जाएगा साथ ही पूरी पहुंचने में काफी कम समय भी लगेगा.
मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में है शामिल
जानकारी के मुताबिक पूर्व पश्चिम एक्सप्रेस -वे या केसरिया कॉरिडोर मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल रहा है. चुनाव से पहले इस केसरिया कॉरिडोर के लिए रोड मैप भी तैयार किया जा चुका है, वहीं अब तीसरी बार केंद्र में NDA की सरकार बनने के बाद अब इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए कवायद शुरू की जाएगी, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकसित भारत का सपना और लगातार तीसरी बार सड़क एवं राजमार्ग मंत्री बने नितिन गडकरी के कार्य कुशलता से पूर्व पश्चिम एक्सप्रेस- वे या केसरिया कॉरिडोर का सपना साकार हो सकता है.
बीजेपी ने करीब 24 साल बाद बनाई है सरकार
मोदी सरकार ने अंतरिम बजट में ही बुनियादी ढांचे पर पूंजीगत खर्च के लिए 11.11 लाख करोड़ का आबंटन रखा है, दरअसल लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जो 240 सीट जीता है, उसमें गुजरात ,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ-साथ उड़ीसा का भी अहम योगदान रहा है.
जानकारी के मुताबिक इन राज्यों के कुल 87 सीटों में से 84 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. इसके साथ ही उड़ीसा के विधानसभा चुनाव में भी उड़ीसा की जनता ने बीजेपी को भरपूर समर्थन दिया है और यहां बीजेपी ने करीब 24 साल बाद सरकार बनाई है.
ऐसे में माना जा रहा है कि मोदी सरकार के द्वारा इन चारों राज्य के निवासियों के लिए पूर्व पश्चिम एक्सप्रेस-वे (केसरिया कॉरिडोर) एक तोहफा है. निश्चित तौर पर इस एक्सप्रेस-वे के बनने से इन चारों राज्यों के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा, साथ ही आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होने से पूरे क्षेत्र में समृद्धि आएगी.
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