Sukma News Today: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में जवानों की कार्रवाई से माओवादियों के पांव उखड़ गए हैं. माओवादियों पर जवानों के दबाव के चलते इन इलाकों में तेजी से विकास कार्य किया जा रहा है. इससे पहले करीब 30 सालों तक नक्सलियों का इस इलाके में दहशत रहा. 


इस वजह से इस क्षेत्र के रहने वाले ग्रामीणों को ना ही मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल पाया और ना ही परिवहन सेवा का लाभ मिला. ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की चीजों के लिए गांव में ही लगने वाले हॉट बाजारों पर निर्भर रहे.


ग्रामीण आवगमन के साधन से महरूम
वैज्ञानिक युग में यहां के निवासियों को शहर तक आने जाने और अपनी जरुरतों को पूरा करने के मीलों का सफर पैदल ही तय करना पड़ता रहा है. खासकर आपातकालीन सेवा के दौरान इन ग्रामीणों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा.


सही समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से सैंकड़ों लोगों की जान भी चली गई. वहीं अब नक्सलियों के बैकफुट पर आने के बाद इन इलाकों में धीरे-धीरे सुविधा पहुंच रही है. 


सुकमा में बस सेवा की शुरूआत
इसी कड़ी में सुकमा जिले में किस्टाराम से सुकमा के लिए यात्री बस सेवा की शुरुआत की गई है. सुकमा कलेक्टर एस हरीश ने इस बस को हरी झंडी दिखाकर सुकमा से किस्टाराम के लिए रवाना किया.


दरअसल अब तक सुकमा शहर से नक्सल प्रभावित गांव किस्टाराम तक परिवहन सेवा की शुरुआत नहीं हो पाई थी. नक्सलियों के द्वारा कई बार सड़क निर्माण के दौरान वाहनों में आगजनी किए जाने से इस क्षेत्र के ग्रामीणों को कभी परिवहन सेवा का लाभ नहीं मिल पाया.


हालांकि अब इस सड़क पर यात्री बस दौड़ रही है और इस क्षेत्र के करीब 12 गांव के ग्रामीणों को यात्री बस सेवा का लाभ मिल रहा है.


ग्रामीणों को आवगमन में होती थी परेशानी
सुकमा कलेक्टर एस हरीश ने बताया कि जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में मौजूद गांव के लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए प्रशासन ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में हक्कुम मेल बस सेवा के तहत किस्टाराम से सुकमा जिला मुख्यालय के लिए नई बस सेवा की शुरुआत की है. 


कलेक्टर एस हरीश ने बताया कि इस बस सेवा का संचालन सुकमा जिला अर्बन पब्लिक सर्विस सोसायटी करेगी. बस रूट में ऐसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं. वहां तक पहुंचने के लिए कोई भी सुविधा ग्रामीणों के पास नहीं है. 


उन्होंने कहा कि इस बस सेवा की शुरुआत होने से निश्चित तौर पर ग्रामीणों को आवागमन की सुविधा मिलेगी. साथ ही आपातकालीन समय में इस बस के जरिये जल्द स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सकेगा.


बस सेवा की टाइमिंग
इसके बारे में जिला कलेक्टर ने आगे बताया कि सुकमा शहर से किस्टाराम की सड़क पर किस्टाराम से कासाराम, पोटकपल्ली, डब्बामरका, सलातोंग, एल्मागुंडा, मिनपा चिंतलनार, बुर्कापाल, चिंतागुफा, पोलमपल्ली, दोरनापाल, केरलापाल गांव के ग्रामीणों को भी इस बस सेवा का लाभ मिल सकेगा.


उन्होंने बताया कि यह बस सुबह 7 बजे किस्टाराम से रवाना होगी. इस दौरान यह 12 गांव से होते हुए सुबह करीब 11:30 बजे सुकमा शहर पहुंचेगी.


इन रूटों पर भी बसों का संचालन है जारी
कलेक्टर एस हरीश का कहना है कि जिले के अंदरूनी गांव के ग्रामीणों को परिवहन सेवा का लाभ देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इससे पहले भी जिले के अलग-अलग रूट पर तीन बसों का संचालन जारी है. 


जिसमें जगरगुंडा से कोंटा, तोंगपाल से सुकमा और भूसारास से ओलेर तक बसें चल रही है. इसके बाद अब इस नए रूट किस्टाराम से बस सेवा को शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर ग्रामीणों का इसका लाभ मिलेगा.


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