Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव (Kondagaon) जिले में कोतवाली में पदस्थ एक सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) की ग्रामीण महिलाओं द्वारा दौड़ाकर पिटाई करने की कोशिश का मामला सामने आया है. यहां बकायदा कोतवाली से 100 मीटर की दूरी पर सब इंस्पेक्टर को ग्रामीण महिलाओं ने घेर लिया और उनसे मारपीट करने की कोशिश की, जैसे तैसे सब इंस्पेक्टर ने कोतवाली दौड़ लगाकर अपनी जान बचाई. बताया जा रहा है कि ग्रामीण महिलाएं पुलिसिया (Kondagaon Police) कार्रवाई से नाराज थीं और सब इंस्पेक्टर आनंद सोनी ही जांच अधिकारी बनकर उनके गांव जांच के लिए पहुंचे हुए थे, जिसके बाद इस जांच में कार्रवाई करने से ग्रामीण महिला और वहां के पुरुष पुलिस से काफी नाराज हो गए.


इस कार्रवाई के विरोध में गांव से कोंडागांव  कोतवाली पहुंचे हुए थे. इस दौरान कोतवाली के सामने ही सब इंस्पेक्टर ग्रामीण महिलाओं को दिख गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने बीच सड़क में ही उन्हें पकड़कर पीटने की कोशिश की, लेकिन महिलाओं से अपने आप को छुड़ाकर सब इंस्पेक्टर ने कोतवाली तक दौड़ लगाकर अपनी जान बचाई.


सब इंस्पेक्टर ने दौड़ लगाकर बचाई जान
दरअसल मामला कोंडागांव जिले के चिंचडोंगरी गांव का है, जहां एक 65 वर्षीय महिला और एक दंपति द्वारा धर्मांतरण करने से उसके परिवार वाले काफी नाराज चल रहे थे. 31 दिसंबर को देर शाम 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला जिसने अपना मूल धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म को अपना लिया था. इस बात से नाराज होकर खुद उसके सगे भतीजे ने उससे मारपीट की. वहीं एक और दंपत्ति जिसने धर्मांतरण किया था उनकी भी युवक और कुछ गांव वालों ने पिटाई की, जिसके बाद गंभीर रूप से घायल 65 वर्षीय महिला और दंपति को कोंडागांव जिला अस्पताल भर्ती कराया गया. 






इस दौरान घायल महिला का पुलिस ने बयान भी लिया और बयान के आधार पर जिस युवक ने महिला से मारपीट की थी पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की और अपने साथ थाने लेकर आ गयी. इस गिरफ्तारी से नाराज ग्रामीण महिलाएं और गांव के पुरुष रविवार को कोंडागांव कोतवाली पहुंचे. उन्होंने वहां मौजूद इस मामले के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर आनंद सोनी को घेर लिया और उनसे मारपीट करने की कोशिश करने लगे. हालांकि जैसे तैसे महिलाओं के भीड़ से बचकर और कोतवाली की तरफ दौड़ लगाकर एसआई ने अपनी जान बचा ली, जिसके बाद ग्रामीण महिलाओं ने कोतवाली का घेराव कर दिया. हालांकि इस मामले में पुलिस ने किसी ग्रामीण पर कार्रवाई नहीं की है.


धर्मांतरण विवाद से थाना प्रभारी का इनकार
इस पूरे मामले में कोतवाली थाना प्रभारी भीमसेन यादव का कहना है कि, जिस महिला से मारपीट हुई है उसके घर सागौन के चिरान वन विभाग की टीम ने जब्त  किया है, ग्रामीणों को इसकी भनक लगी थी  जिसके बाद बुजुर्ग महिला और दंपति द्वारा लकड़ी तस्करी करने से नाराज होकर ग्रामीणों ने एक महिला और एक दंपति की पिटाई की है. इस पिटाई के विरोध में ही पुलिस ने एक ग्रामीण युवक पर कार्रवाई की. हालांकि धर्मांतरण की वजह से मारपीट के मामले पर थाना प्रभारी भीमसेन यादव ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं चिंचडोंगरी गांव के ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक धर्मांतरण की वजह से ही बुजुर्ग महिला और एक दंपति से मारपीट की गई है.


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