Kondagaon News: छत्तीसगढ़ में जल्द शुरू होगा पहला मक्का प्रोसेसिंग प्लांट, इतने हजार किसानों को मिलेगा लाभ
Maize Processing Plant: कोंडागांव में छत्तीसगढ़ का पहले मक्का प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण किया जा रहा है. इसके निर्माण से स्थानीय किसानों को लाभ होगा. इसके अलावा बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा.
Kondagaon News Today: छत्तीसगढ़ का पहला मक्का प्रोसेसिंग प्लांट अगले कुछ महीनों में शुरू होने वाला है. कोंडागांव जिले के कोकोड़ी गांव में करीब 15 एकड़ में बनाए गए इस मक्का प्रोसेसिंग प्लांट से लगभग 65 हजार किसानों को फायदा मिलेगा. यह मक्का प्रोसेसिंग प्लांट लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हो रहा है.
मक्का प्रोसेसिंग प्लांट के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि होगी. इसके साथ-साथ यहां के स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा. इस प्लांट का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है. आने वाले कुछ महीने में इस प्लांट से इथेनॉल बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
150 करोड़ की लागत से बन रहा प्लांट
कोंडागांव कलेक्टर कुणाल दुदावत से मिली जानकारी के मुताबिक, 150 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे मक्का प्रोसेसिंग प्लांट से बस्तर के किसानों की तकदीर बदलेगी. राज्य सरकार के सहयोग से सहकारिता के क्षेत्र में इस प्लांट को कोंडागांव जिले में इसलिए स्थापित किया गया है, क्योंकि कोंडागांव जिले में मक्का का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है.
जिला कलेक्टर कुणाल दुदावत के मुताबिक, इस प्लांट के शुरू हो जाने से किसानों को मक्का का अधिकतम मूल्य मिलने की पूरी उम्मीद है. खास बात यह है कि यह प्लांट सिर्फ कोंडागांव के ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा.
उन्होंने बताया कि मक्का प्रोसेसिंग प्लांट में कूलिंग टॉवर और बॉसिंग बॉल सहित अन्य कार्य भी पूर्ण कर लिए गए हैं. इसके अलावा प्लांट में फर्मेंटेशन कूलिंग टावर का कार्य पूरा हो चुका है. दूसरी तरफ प्लांट के वेयर हाउस का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है.
मक्का के उत्पादन का रकबा बढ़ा
दरअसल, कोंडागांव जिले में तीन-चार सालों में खरीफ और रबी दोनों सीजन में मक्का उत्पादन को काफी बढ़ावा मिला है. प्लांट की स्थापना से उत्साहित किसान मक्का का रकबा साल दर साल बढ़ा रहे हैं. वर्तमान में कोंडागांव जिले में हर साल 3 लाख 60 हजार 327 मीट्रिक टन मक्का का उत्पादन होता है.
रोज 80 हजार लीटर इथेनॉल होगा तैयार
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने बताया कि मक्का प्रोसेसिंग प्लांट का संचालन मां दंतेश्वरी प्रसंस्करण और विपणन सहकारी समिति द्वारा किया जाएगा. इस प्लांट में मक्के की आपूर्ति के लिए लगभग 50 हजार किसानों का पंजीयन किया गया है. कलेक्टर ने बताया कि जिले के समर्थन मूल्य पर मक्का उपार्जन के लिए 45 केंद्र बनाए गए हैं.
मक्का खरीदी का काम छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के द्वारा किया जा रहा है. प्लांट में हर दिन 200 मीट्रिक टन मक्का की प्रोसेसिंग होगी. जिससे 80 हजार लीटर इथेनॉल तैयार होगा. इस प्लांट के लगने से निजी निवेशकों द्वारा अन्य सहायक उद्योग लगाने के लिए एक नया वातावरण भी बनेगा.
65 हजार किसानों को मिलेगा फायदा
प्लांट में 200 से ज्यादा लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा. साथ ही 65 हजार किसान लाभान्वित होंगे. इसके अलावा प्लांट में उत्पादित होने वाला इथेनॉल इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन को बेचा जाएगा. जिसे पेट्रोल के साथ मिक्स कर बेचा जाएगा. इससे विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी और किसानों को मक्का का वाजिब दाम भी मिलेगा.
समितियां के माध्यम से खरीदा जाएगा मक्का
इस संबंध में कलेक्टर कुणाल दुदावत ने आगे बताया कि किसानों को अधिक से अधिक लाभ देने के लिए बेहतर मॉडल के साथ, प्लांट के संचालन की तैयारी की गई है. उन्होंने संयंत्र के संचालन के लिए बिजली सहित आवश्यक सामान की व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी देते हुए बताया कि सारी व्यवस्था पूरी कर ली गयी है.
साथ ही बताया कि जल्द ही साइलों के भराव प्रारंभ कर दिए जाएंगे. मक्का खरीदी के लिए सीधे प्लांट में व्यवस्था करने के साथ ही समितियों के माध्यम से भी मक्का खरीदी की कार्य योजना तैयार की जा रही है. मक्का भंडारण के लिए गोदाम का भी निर्माण किया जा रहा है.
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