Korba ASI Weight Loss Journey: आम तौर पर पुलिस वाले अनियमित दिनचर्या और बाहर के खानपान की वजह से मोटापे का शिकार हो जाते हैं. ज्यादा वजन होने से पुलिसकर्मियों को कई बार काम करने में परेशानी भी हो जाती है. लेकिन कोरबा के सहायक उप निरीक्षक अधिक वजन वाले पुलिसकर्मियों के लिए मिसाल बन गए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने हेल्दी डाइट और वर्कआउट की बदौलत कुछ ही महीनों में करीब 50 किलो वजन कम कर लिया है. ये देख और सुनकर आम लोगों के साथ मोटापे की बीमारी से पीड़ित पुलिसकर्मी काफी हैरान हैं.


कोरबा की सर्व मंगली चौकी में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक विभव तिवारी ने एबीपी न्यूज को बताया कि दो साल पहले वजन 150 किलो था. वजन ज्यादा होने से नहाने, ब्रश करने पर हाथ में दर्द होने लगता था. उन्होंने धीरे धीरे पैदल चलना शुरू किया. शुरुआती दौर में 50 मीटर दूर चलने पर ही थक जाते थे. तिवारी बताते हैं कि धीरे धीरे पैदल चलने की आदत बनी और आज सुबह शाम मिलाकर 12 किलोमीटर पैदल चलते हैं.


इस वर्कआउट से उन्होंने शुरुआती 9 महीने में करीब 48 किलोवजन कम कर लिया था. फिलहाल वर्तमान में वजन 105 किलो है. इतने कम समय में मोटापा कम करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पैदल चलने के साथ दिन भर कच्ची हल्दी मिलाकर गर्म पानी पीते हैं. इस तरकीब से ऊर्जा मिलने के साथ मोटापा कम करने में मदद भी मिलती है. उन्होंने बताया कि पुलिस की नौकरी में रोज दोनों टाइम घर का खाना संभव नहीं हो पाता है. इसलिए अगर बाहर खाने की जरूरत पड़ी तो संतुलित और स्वस्थ भोजन खाता हूं. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि पहले कोल्ड ड्रिंक खूब पीते थे. लेकिन दो साल से कोल्ड डिंक पीना बंद कर चुके हैं.


आईजी ने दिया दो हजार का नगद पुरस्कार


कोरबा में पदस्थ एएसआई विभव तिवारी के मुताबिक 9 महीने के बाद वजन में कमी आना बंद हो गया. जानकारों से सलाह मिली कि पहले एक बार फिर से दो चार किलो वजन बढ़ा कर कम करने का प्रयास शुरू करें. इससे वजन और ज्यादा कम होगा. लिहाजा चार किलो वजन बढ़ाने के बाद फिर से वजन कम करने में जुट गए हैं. अब अगला टागरेट दो तीन महीने में 90-95 किलो तक वजन कम करने का है.


बिलासपुर आईजीपी रतन लाल डांगी को आदर्श मानने वाले सहायक उप निरीक्षक ने बताया कि आईजी साहब रोज अपने योग और फिटनेस का फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं. आईजी से प्रेरित होकर उन्होंने मोटापा कम करने का प्रयास शुरू किया और आज वजन बहुत हद तक कम हो गया है. इतना ही नहीं 150 से 100 किलो तक के सफर और फिटनेस की कोशिश को देखते हुए बिलासपुर पुलिस रेंज के आईजी रतन लाल डांगी ने 2000 रुपए का नगद इनाम दिया था.


गश्त और VIP ड्यूटी पर भी वर्कआउट


वजन कम करने के मामले को साझा करने वाले एएसआई विभव तिवारी ने कहा कि पुलिस की नौकरी में समय मिलने की गारंटी कम होती है और कभी कभी वाक करने का समय नहीं मिल पाता है. इसलिए रात्रि गश्त की ड्य़ूटी होने पर वाहन में बैठने के बजाए पैदल गश्त कर लेते थे. इस तरह पैदल चलना और गश्त दोनों हो जाता है. कभी कभी दिन भर वीआईपी की सुरक्षा में तैनाती होने के कारण ड्यूटी क्षेत्र में ही पैदल चलकर रोज का टारगेट पूरा कर लेते हैं. 


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