छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरबा (Korba) जिले में सौतेले पिता की हैवानियत सामने आई है. पिता ने अपने 8 साल के मासूम बेटे को जानवर की तरह बांध कर रखा था. पिता बच्चे के दोनों हाथों को कपड़े से बांधकर अंधेर कमरे में मरने के लिए छोड़कर चला गया था. भूखा प्यास बच्चा जब रोने लगा तो रोने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने उसे छुड़वाया और खाना खिलाया.


अंधेरे कमरे में बनाया बंधक
यह मामला जिले के बालको थाना क्षेत्र के आजाद नगर बस्ती का है. रविवार को सूने मकान से जब बच्चे के रोने की आवाज आने लगी तो पड़ोसी घबरा गए. कुछ घर से बाहर निकले और बंद पड़े मकान में किसी तरह अंदर गए और देखा की एक बच्चा कपड़े की रस्सी से बांध दिया गया है और कमरे की लाइट बंद कर दी गई थी. सौतेले पिता ने हाथ को दोनों तरफ लोहे के हुक में रस्सी फंसा कर बांध रखा था. 


अधिकारी भी पहुंचे
पड़ोसियों ने मासूम बच्चे को आजाद करवाया. घबराए बच्चे को खाने पीने के लिए दिया गया. भीड़ को देखकर मासूम कुछ बोल नहीं पा रहा था. इसके बाद कुछ ही देर में चाइल्ड लाइन अधिकारी मौके पर पहुंच गए फिर अधिकारी मासूम को अपने साथ ले गए. आज बच्चे को बाल कल्याण समिति में पेश किया जाएगा. साथ ही बच्चे के परिजनों को भी पेश किया जाएगा. इसके बाद बच्चा किसके साथ रहेगा इसपर निर्णय होगा.


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हर रोज बेहरमी से पीटता है
डरे सहमे बच्चे ने बताया कि पिता हर रोज बेरहमी से पिटाई करता है. पिता बदमाशी के नाम पर रोज इसी तरह बांधकर चला जाता है. वह अब पिता के साथ नहीं रहना चाहता है, केवल मां के साथ रहना चाहता है. बच्चे को छुड़वाने वाले स्थानीय लोगों ने बताया कि, अंधेरे कमरे में बच्चे को बांधकर रखा गया था. उसकी हालत खराब थी. बच्चे को उसके पिता से दूर रखना चाहिए क्योंकि उसका पिता पीटता है.


आज होगी बाल कल्याण समिति में पेशी
चाइल्ड लाइन की तरफ से आए राजनेद्र सिदार ने बताया कि, बच्चा बंधक बनाने की शिकायत मिली थी. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बच्चे को छुड़वा लिया था. बंधक बनाए रखने की तस्वीर दिखाई गई है. बच्चे ने भी बताया है की उसके पिता उसको रोज मारते थे. रविवार को बच्चा बाल गृह में रहेगा. इसके बाद सोमवार को उसे बाल कल्याण समिति में पेश किया जाएगा.


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