Korba News: कोरबा (Korba) जिले के कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज अंतर्गत कंजरपहाड़ क्षेत्र में 11 केवी झूलते विद्युत तार के करंट की चपेट में आकर हाथी की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद भी विद्युत वितरण विभाग की नींद खुली. हालांकि  क्षेत्र में झूलते विद्युत तारों की हाइट बढ़ाने के लिए सर्वे किया गया. दो दिन किए गए सर्वे में 30 से 35 स्पॉट चिन्हांकित किए गए, जहां विद्युत तारों की ऊंचाई बहुत कम है.


कटघोरा वन मंडल में हाथियों की सक्रियता बनी हुई है. जंगल से गुजरे विद्युत तार की ऊंचाई काफी कम है. ऐसे में दोबारा करंट की चपेट में आकर हाथियों की मौत का खतरा बना हुआ है. इसे देखते हुए कटघोरा विद्युत वितरण विभाग और वन विभाग के अधिकारियों ने जंगल के ऐसे स्पॉट का चिन्हांकन और सर्वे किया है,जहां बिजली के तार झूल रहे हैं. रेंज में कई ऐसे पाइंट हैं. 30 से 35 स्पॉट चिन्हांकित कर लिए गए हैं, जहां विभाग द्वारा विद्युत तारों की ऊंचाई बढ़ाने का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा.


लापरवाह अधिकारियों पर केस दर्ज
वहीं करंट की चपेट में आकर हाथी की मौत मामले में वन विभाग एक्शन मोड में आ गया है. हादसे के बाद घटनास्थल पर की गई जांच में तार की ऊंचाई काफी कम पाई गई है, जिसमें बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है. मामले में वन विभाग ने अफसरों के खिलाफ वन्य प्राणी सरंक्षण अधिनियम 1972 की धारा नौ और 39 के तहत अपराध दर्ज करने के साथ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. वन विभाग की इस कार्रवाई से विद्युत विभाग के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है.


विद्युत वितरण विभाग कटघोरा के डीई सीपी गढ़ेवाल ने बताया कि हाथी की मौत की घटना के बाद टीम ने दो दिन क्षेत्र के जंगल का सर्वे किया. सर्वे में 30 से 35 स्पॉट चिन्हांकित किए गए हैं, जहां विद्युत तारों की ऊंचाई कम है, इन चिन्हांकित स्थलों में विद्युत तारों की हाइट बढ़ाने की कार्रवाई की जाएगी.


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