Chhattisgarh News: हाथियों में लड़ाई, टस्कर लोनर हाथी का पैर हुआ जख्मी, खिलाया जा रहा दवाईयुक्त गुड़ का गोला
Korba Elephant Fight: कुछ ग्रामीण कटघोरा वन मंडल के केंदई वन परिक्षेत्र अंतर्गत कोरबी परिसर के ओडारबहरा जंगल की ओर गए हुए थे. वहां उनकी नजर एक टस्कर लोनर हाथी पर पड़ी
Korba News: कोरबा (Korba) जिले के कटघोरा वन मंडल के जंगल में दो लोनर हाथी के बीच द्वंद छिड़ गया. इस द्वंद में टस्कर लोनर हाथी घायल हो गया. दंतैल सामने के दाहिने पैर में सूजन होने के कारण लंगड़ाकर चल रहा है. यह खबर मिलते ही वन अफसरों में हड़कंप मच गया. वन अमले ने ड्रोन कैमरे की मदद से घायल हाथी को ट्रैक किया. पशु चिकित्सक ने परीक्षण के बाद घायल हाथी इलाज शुरू कर दिया है. हाथी की सेहत में सुधार के लिए उसे दवाई मिले गुड़ का गोला खिलाया जा रहा है.
दरअसल, कुछ ग्रामीण कटघोरा वन मंडल के केंदई वन परिक्षेत्र अंतर्गत कोरबी परिसर के ओडारबहरा जंगल की ओर गए हुए थे. वहां उनकी नजर एक टस्कर लोनर हाथी पर पड़ी, जिसे ग्रामीण खेसारी लाल या कबराकान के नाम से पहचानते हैं. यह लोनर हाथी लंगड़ाकर चल रहा था. जंगल में उसके पांव के निशान मिले, जहां रक्त स्त्राव के चिंह दिखाई दे रहे थे. इसके बाद लोनर हाथी के घायल होने की आशंका पर ग्रामीणों ने वन अमले को सूचना दे दी. बेबी एलीफेंट की मौत के कुछ ही घंटे बाद हाथी के घायल होने की खबर से वन अफसरों में हड़कंप मच गया.
घायल मिला हाथी
हालाकिं मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएफओ कुमार निशांत के निर्देश पर एसडीओ संजय त्रिपाठी ने रेंजर अभिषेक दुबे के नेतृत्व में टीम रवाना कर दिया. टीम को तस्दीक के दौरान लोनर हाथी घायल मिला. लिहाजा हाथी के इलाज के लिए पशु चिकित्सक डॉक्टर चंदन को बुलाया गया. उन्होंने मौके पर पहुंच टस्कर लोनर हाथी का दूर से निरीक्षण किया, तो उसके सामने वाले दाहिने पैर में सूजन की पुष्टि हुई. उन्होंने वन विभाग की टीम को जानकारी दी कि लोनर हाथियों में द्वंद के कारण खेसारी लाल (हाथी) घायल हुआ है.
इसके बाद उन्होंने घायल हाथी के इलाज के लिए जरूरी दवा और उपाय बताए. उनकी सलाह पर वन अमले ने दवाई मिले गुड़ का गोला तैयार कर हाथी को खिलाना शुरू कर दिया है. जिससे उसकी सेहत में सुधार हो रहा है. गौरतलब है कि घायल टस्कर लोनर हाथी खेसारी लाल दो साल पहले भी घायल हुआ था. वो वन कर्मियों की देखरेख में स्वस्थ होने के बाद झुंड में शामिल हो गया था. बहरहाल वन रक्षक अशोक श्रीवास और नागेंद्र भूषण जायसवाल अपनी टीम के साथ दंतैल की निगरानी कर रहे हैं.
49 हाथियों का झुंड कर रहा विचरण
वहीं प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी सुधीर अग्रवाल को तमाम गतिविधियों से अवगत कराया जा रहा है. कटघोरा वन मंडल में 49 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है. इनमें 19 हाथियों पसान रेंज के सेमारहा में, 29 हाथियों ने केंदई के कोरबी रेंज के ओडारबहरा में डेरा डाला हुआ है, जबकि एक हाथी सखोदा परिसर से हसदेव नदी को पार कर रामेश्वरनगर पहुंच गया है. बता दें बुधवार को केंदई वन परिक्षेत्र के कोरबी सर्किल में हाथियों के झुंड से अलग होकर दो दंतैल कोरबी पुलिस चौकी के करीब जा पहुंचे.
इस दौरान पुलिस चौकी में प्रभारी अफसर खान के अलावा प्रधान आरक्षक, आरक्षक और एसएसटी अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे. उन्होंने हाथी से सुरक्षा के लिए अलाव और टॉर्च का सहारा लिया.