Chhattisgarh News: कोरबा (Korba) में नवदंपती को संतान की चाह में तांत्रिक का सहारा लेना महंगा पड़ गया. उन्हें तांत्रिक ने झाड़ फूंक के बाद परवाना (पान के साथ जड़ी बुटी) दे दिया. इसे खाते ही पति-पत्नी की तबियत बिगड़ गई. इसके बाद वो लगातार उल्टी करने लगे. उन्हें घर से निजी अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान नवविवाहिता की मौत हो गई. पुलिस ने कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में वैधानिक कार्रवाई पूरी कर जांच शुरू कर दी है.


दरअसल, कोरबा के उरगा थानांतर्गत ग्राम बरबसपुर में लवन पटेल निवास करते हैं. उन्होंने अपने पुत्र रामाधार पटेल का विवाह करीब एक साल पहले चांपा में रहने वाले फुल सिंह पटेल की पुत्री सुशीला पटेल से किया था. रामाधार और उसकी पत्नी परिजनों के साथ ही रह रहे थे. पति पत्नी एक साल बाद भी संतान नहीं होने से हताश थे. उन्होंने संतान के लिए इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इसके बाद नवदंपती ने झाड़ फूंक का सहारा लेना मुनासिब समझा. 


तांत्रिक से कराने लगे इलाज
वो जोगियाडेरा में रहने वाले तांत्रिक रामलाल यादव से इलाज कराने लगे. सुशीला की बड़ी बहन सीतामढ़ी में रहती है. शनिवार की सुबह रामाधार और उसकी पत्नी सीतामढ़ी में रहने वाली बहन के घर जाने के नाम पर निकले. यहां से रामाधार अपने ससुर फुल सिंह और पत्नी सुशीला के साथ तांत्रिक के घर चला गया. तांत्रिक करीब एक घंटे तक फूंक झाड़ करता रहा. उसके बाद उसने निःसंतान दंपती को परवाना (पान के साथ जड़ी बुटी) दे दिया. इसे खाते ही विवाहिता को उल्टी होने लगी. 


नवविवाहिता ने तोड़ा दम
इसकी जानकारी तांत्रिक को दी गई. उसने गोल मोल जवाब देकर पति-पत्नी को शांत करा दिया. फुल सिंह बेटी और दामाद को लेकर उनके घर जा रहे थे. इसी बीच सुशीला की हालत बिगड़ गई. वहीं रामाधार को भी उल्टी होने लगी. उसने बेटी-दामाद को सुनालिया पुल के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया, जहां इलाज के दौरान शनिवार रात करीब 10:30 बजे नवविवाहिता ने दम तोड़ दिया. उसके शव को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मर्चुरी में रखवाया गया. 


इसके बाद रविवार सुबह थाने में पदस्थ एएसआई टंकेश्वर यादव और उनकी टीम अस्पताल पहुंची. मामला नवविवाहिता की मौत से जुड़े होने के कारण कार्यपालिक दंडाधिकारी को अवगत कराया गया. पुलिस ने कार्यपालिक दंडाधिकारी के मौजूदगी में वैधानिक कार्रवाई पूरी करते हुए शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. इधर पति का इलाज निजी अस्पताल में जारी है. मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है.


पान में निकली जड़ी बूटी
बताया जा रहा है कि तांत्रिक रामलाल यादव ने परवाना के नाम पर तीन पान बनाए थे. इस पान में कुछ मसालाों के अलावा कई किस्म की जड़ी बूटी डाली गई थी. उसने झाड़ फूंक से पूर्व दंपती को नल में नहाकर आने की बात कही. इसके बाद उन्हें नया कपड़ा पहनाया गया. इसके साथ ही झाड़ फूंक के बाद पान खाने के लिए दे दिया. जब परिजनों ने पान को खोलकर देखा तो जड़ी बूटी मिली. बहरहाल, इस मामले में तांत्रिक पर पुलिसिया गाज गिरना तय है. हालांकि वो अभी फरार है.


वहीं मामले में कोतवाली एएसआई टंकेश्वर यादव ने बताया कि, पति-पत्नी संतान की चाह में झाड़ फूंक के लिए तांत्रिक के पास गए थे. जहां दवाई खाने के बाद हालत बिगड़ी थी. मामले में कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में वैधानिक कार्रवाई की गई है.


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