Korba Sarpanch Order: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सरपंच पति के तुगलकी फरमान ने ग्रामीणों को टेंशन में डाल दिया है, इसके बाद अब ग्रामीणों को राशन की चिंता सताने लगी है. दरअसल, ग्राम पंचायत गिधौरी में सरपंच पति गोविंदा कंवर ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए कहा कि अगर गांववाले नवरात्र का चंदा नहीं देते हैं, तो उन्हें इस माह का राशन नहीं मिलेगा. वहीं ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर संजीव झा से की है. उन्होंने जांच के आदेश जारी किए हैं. मामला उरगा थाना इलाके का है.
ग्रामीणों का कहना है कि हर साल घर आकर नवरात्र का चंदा मांगा जाता था, तब वे अपनी स्वेच्छा से पैसा देते थे, लेकिन इस बाद सरपंच पति गोविंदा कंवर ने कहा है कि जब तक ग्रामीण 101 रुपए और एक किलो चावल नहीं देंगे, तब तक उन्हें इस महीने का राशन नहीं मिलेगा. पंचायत के राशन दुकान में राशन लेने आए ग्रामीणों ने बताया कि उनके द्वारा चंदा नहीं दिए जाने पर उन्हें राशन नहीं दिया गया है, जबकि सरकारी राशन निःशुल्क है.
ग्रामीण कार्तिक दास ने बताया कि गांव में पहले पंच, सरपंच घर जा-जाकर पूजा-पाठ का चंदा लेते थे, लेकिन इस बार यह नया नियम निकाला गया है, जो सरासर गलत है. कई ग्रामीणों ने तो सरपंच पति की डिमांड पूरी कर दी, तो वहीं कई गांववाले इस बात का विरोध कर रहे हैं. इधर इस बारे में सरपंच पति ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.
इस संबंध में बरपाली तहसीलदार आराधना प्रधान ने बताया कि ग्राम पंचायत गिधौरी इस बात की जांच करने के लिए टीम गई हुई थी. जहां पंचनामा बनाकर कोरबा एसडीएम को इसे सौंपा जाएगा. करतला फूड इंस्पेक्टर उर्मिला गुप्ता एसडीएम को पंचनामा प्रतिवेदन सौंपेंगी. बरपाली तहसीलदार आराधना प्रधान, करतला फूड इंस्पेक्टर उर्मिला गुप्ता टीम के साथ गांव पहुंची हुई थीं.
इधर कलेक्टर संजीव झा ने करतला विकासखंड के अंतर्गत ग्राम गिधौरी में सरपंच वीज्ञानी कंवर, सरपंच पति गोविंदा कंवर एवं पीडीएस संचालक द्वारा ग्रामीणों से अवैध वसूली करने की प्राप्त शिकायत पर संज्ञान लिया है. उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
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