Korba Wild Elephat Attack: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में रविवार (10 सितंबर) को जंगली हाथी के हमले में एक ही फैमिली के दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया. वन विभाग के एक अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि ये घटना दोपहर करीब एक बजे की है, ये फैमिली कटघोरा जंगल के चोटिया कोयला खदान के पास बांस काटने गई थी. इसी दौरान एक जंगली हाथी ने उन पर हमला कर दिया. मृतक महिलाओं की पहचान राजकुमारी (39) और पुन्नी बाई (55) के रुप में हुई है, जो क्षेत्र के कोरबी गांव के रहने वाले हैं.


जबकि इसी परिवार के नरसिंह पैकरा (42) गंभीर रुप से घायल हैं, उनका इलाज जारी है. दरअसल, इस परिवार के 4 लोग रविवार (10 सितंबर) को दोपहर में जंगल क्षेत्र में बांस काटने गये थे. अचानक एक जंगली हाथी ने इन पर हमला कर दिया. हाथी के अचानक हमले से लोग डर कर भागने लगे. हाथी ने दोनों महिलाओं राजुकमारी और पुन्नी बाई को कुचल कर मार डाला, दोनों महिलाओं को बचाने की कोशिश करते हुए नरसिंह पैकरा गंभीर रुप से घायल हो गये हैं. इस दौरान मौके पर मौजूद नरसिंह पैकरा का बेटा दीपक ने भाग कर अपनी जान बचाई. 


पीड़ित परिवारों के 6 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान


घायल नरसिंह पैकरा के इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की टीम ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस संबंध में डीएफओ ने बताया कि दोनों मृतक महिलाओं के परिजनों को तत्काल 25 हजार रुपये की सहायता राशि जारी की गई है. उन्हें 5.75 लाख रुपये मुआवजे की अगली राशि आवश्यक औपचारिकताओं को पूरी करने के बाद दी जायेगी. उन्होंने बताया कि हाथी के हमले में घायल व्यक्ति के इलाज का खर्च वन विभाग देगा.


वन विभाग ने जारी की है ये चेतावनी


इस क्षेत्र में जंगली हाथियों को लेकर वन विभाग ने चेतावनी जारी की है. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यहां के केंदई और इटमा वन क्षेत्र के 41 जंगली हाथियों का एक झुंड घूम रहा है, इसलिए स्थानीय लोगों को जंगल में न जाने की सलाह दी गई है. इस क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से हाथी के हमलों की संख्या में इजाफा हुआ है. छत्तीसगढ़ के सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद, बलरामपुर और कांकेर जिले के लोग लगातार जंगली जानवरों के हमले का सामना कर रहे हैं. मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, बीते तीन सालों में प्रदेश में जंगली हाथियों के हमले में 230 से अधिक मौतें हुई हैं.