Chhattisgarh: कोरिया में 7 साल बाद भी नहीं बन सका ‘शादीघर’ भूमि पूजन के बाद जगह को लेकर विवाद
Chhattisgarh News: कोरिया के बैकुंठपुर में भूमि पूजन के बाद भी शादीघर नहीं बन पाया. 2017 में शादीघर निर्माण की घोषणा की गई थी. जहां पहले निर्माण होना था उस जगह को बदलकर दूसरी जगह को चयनित किया गया है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के नगर पालिका क्षेत्र में राजनीतिक खींचतान और प्रशासनीक उपेक्षा के कारण विभिन्न विकास के कार्य आज भी लंबित पड़े हुए हैं. आरोप-प्रत्यारोप भले ही एक दूसरे पर लगाए जा सकते हैं, लेकिन हकीकत जनता से छुपी नहीं है. जनता अपने वार्डों में जिन्हें विकास कार्यो के लिए अपना प्रतिनिधि चुनती है, आज वही जनप्रतिनिधि आघोषित ठेकेदार बन जाते हैं. नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर को शादी घर निर्माण के लिए राशि आवंटन के सालों बाद भी आखिर शादी घर क्यों नहीं बन सका और इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
पहले शादी घर निर्माण के लिए बैकुंठपुर शहर के जिस भू-खण्ड को चुना गया था. उस स्थान को बदल कर दूसरे जगह स्थल चयन किया गया. इसका मामला न्यायालय में चला गया. इसके कारण शहर में शादी घर निर्माण का कार्य अधर में लटक गया. इस तरह लगभग 7 वर्षों में भी शादी घर का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया. यदि पूर्व चयनित स्थल पर ही शादी घर का निर्माण कराया जाता तो शायद आज जन सुविधाओं के लिए शादी घर बन कर पूर्ण हो गया होता.
2017 में हुई थी शादी घर निर्माण की घोषणा
शहर में शादी घर निर्माण की आवश्यकता को देखते हुए गत 23 मार्च 2017 को शहर प्रवास पर आए तत्कालीन नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने शहर में शादी घर निर्माण की घोषणा की थी. जिसके लिए स्कूलपारा हाई स्कूल के पास डब्बा क्वार्टर की भूमि शादी घर के लिए किया गया और इसके लिए सीएमओं की मांग पर जिला कलेक्टर ने भूमि खसरा नंबर 389/1 एवं 390 की मांग की मंजूरी दी.
वहीं शादी घर निर्माण के लिए डेढ करोड रुपये की राशि बैकुंठपुर नपा को आबंटित कर दी गई थी. इसके बाद नपा के द्वारा शादी घर निर्माण के लिए निविदा का प्रकाशन कराया और गत 2 मई 2020 को निविदा खोली गई, जिसमें ओझा कंस्ट्रक्शन सूरजपुर के नाम निविदा हुई और इस एजेंसी को शादी घर निर्माण के लिए वर्क आर्डर दिया जाना था, लेकिन बाद में उक्त एजेंसी का वर्ग ऑर्डर निरस्त कर दिया गया.
शिलान्यास हुआ पर काम शुरू नहीं हुई
पूर्व विधायक द्वारा शादी घर निर्माण का शिलान्यास भी किया गया, लेकिन नया स्थल विवादों में पडने के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया. इस तरह शादी घर के लिए पूर्व में आवंटित जगह पर निर्माण कार्य नहीं होने के कारण नई जगह पर निर्माण कार्य विवादों में पड़ जाने के कारण निर्माण कार्य अब शुरू नहीं हुआ.
शहर से बाहर विवादित भूमि का चयन
बैकुंठपुर शहर में शादी घर निर्माण के लिए पहले स्कूलपारा में डब्बा क्वार्टर की खाली भूमि को प्रशासन ने शादी घर के लिए आवंटित किया था. इसके बाद शादी घर का निर्माण उक्त जगह पर न करके नपा द्वारा चेर में भूमि का चयन किया, जिसे बिल्डर के द्वारा पहले से बाउंड्रीवाल कराया गया था और चयन स्थल के संबंध में नपा द्वारा कोई भी औपचारिकता पूरी नहीं की गई थी.
चेर में शादी घर के लिए जिस भूमि का चयन किया गया उसे पहले शासकीय भूमि के रूप में दर्ज किया गया और नपा को शादी घर के लिए दे दिया गया. तब भूमि स्वामी के द्वारा मामला न्यायालय ले जाया गया जहां से आदेश पारित हुआ कि 2 माह के भीतर भूमि का सीमांकन कर उसके वास्तविक भू-स्वामी को दिया जाए. इस तरह शादी घर का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है.
दोबारा टेंडर हुआ फिर विवादों में फंसा
शहर में शादी घर निर्माण के लिए पहले स्कूलपारा में डब्बा क्वार्टर को शादी घर के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन स्थान बदल कर चेर मे नया स्थल चयन किया गया, जिसके लिए पहले 1 करोड़ 29 लाख रुपये में टेंडर हुआ. वही दूसरी बार के निविदा 1 करोड 63 लाख रुपये में गया. इसके साथ ही शादी घर का निर्माण कार्य स्थल विवादों में पड़ गया.
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