कोरिया: छत्तीसगढ़ के शासकीय कर्मचारियों को सप्ताह के शनिवार और रविवार को छुट्टी दिए जाने की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की थी. जिससे साथ ही सभी अधिकारी और कर्मचारी को सप्ताह के 5 दिन निश्चित समय में ऑफिस आने की नसीहत दी गई थी. लेकिन अपनी आदत से मजबूर शासकीय कर्मचारी और अधिकारियों की लापरवाही अब उनके लिए भारी पड़ने लगी है. ऐसे लापरवाह 5 अधिकारी और 160 कर्मचारी को निर्धारित समय में अपने कार्यालय से गायब रहने पर कोरिया कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने नोटिस थमाया है. जिससे शासकीय महकमे में हडकंप मच गया है. 


बड़े अधिकारियों ने किया रियलिटी चेक


दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार ने शासकीय कार्यों की बेहतरी और योजनाओं को गतिशील करने के उद्देश्य से पहले तो शासकीय कर्मचारियों को सप्ताह में दो दिन की छुट्टी का तोहफा दिया. फिर ये निर्धारित किया कि ऑफिस खुलने के समय 10 बजे से 5.30 बजे तक सभी शासकीय अधिकारी और कर्मचारी को अपने दफ्तर में तैनात रहना है. जिसको लेकर कोरिया जिले के कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने भी टाईम लीमिट की मीटिंग में आदेश का पालन करने की नसीहत दी थी.


फिर कलेक्टर के निर्देश पर रियलिटी चेक करने अपर कलेक्टर सुखनाथ अहिरवार ने संयुक्त कलेक्टर अनिल सिदार और आंकिता सोम के साथ जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के शासकीय कार्यालयों मे छापामारी के अंदाज में निरीक्षण किया. इस दौरान जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय, जिला महिला एवं बाल विकास कार्यालय, वन परिक्षेत्राधिकारी बैकुंठपुर, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, जनपद पंचायत बैकुंठपुर, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला अस्पताल का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है.


 इस ऑफिस से अधिकारी-कर्मचारी गायब मिले


अधिकारियों के अचानक पहुंचने के समय डिस्ट्रिक हॉस्पिटल और सीएमएचओ ऑफिस के 59, कलेक्ट्रेट के 71, महिला एवं बाल विकास विभाग के 08, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के 04, जनपद बैकुंठपुर के 22 कर्मचारी और 6 अधिकारी गायब मिले. जिसको आज कोरिया कलेक्टर रणवीर शर्मा ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. साथ ही ऑफिस में मौजूद कर्मचारी जिन्होंने उपस्थिति रजिस्टर में साइन नहीं किया था. उनको भी समझाइश दी गई है. 


ये 5 अधिकारी गायब मिले


जनपद पंचायत बैकुंठपुर सीईओ ए.के. पुसाम, अंत्यावसायी विभाग के अधिकारी कमलेश देवांगन, डीपीएम एनएचएम रंजना पैंकरा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग डीडी तिग्गा, श्रम अधिकारी पायल शर्मा भी समय पर अनुपस्थित रहे. इसके अलावा जिला अस्पताल के अटेंडेंस रजिस्टर में खामियां पाई गई. इस लिए यहां के इमरजेंसी एवं रोस्टर ड्यूटी वालों के ड्यूटी आदेश के परीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं. साथ ही जिला अस्पताल में डॉक्टरों, तकनीकी सहायकों, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अटेंडेंस रजिस्टर में काफी वक्त से साइन ना होने पर अपर कलेक्टर ने सिविल सर्जन से जवाब तलब किया है.


बंद मिला फॉरेस्ट का रेंज ऑफिस


इस तमाम कार्रवाई के समय हैरान कर देने वाला एक मामला भी सामने आया है. दरअसल अपर कलेक्टर के निरीक्षण के वक्त मुख्यालय में स्थित फॉरेस्ट का रेंज ऑफिस बंद मिला। इसलिए अपर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यलाय के जिम्मेदार से लेकर संबधित सभी कर्मचारी पर कार्रवाई किये जाने के निर्देश जारी किए हैं.


ये भी पढ़ें-


Bastar: कांग्रेस पार्षद पर कमीशन लेने का आरोप, मामला उजागर होने के 20 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं, राज्यपाल से मिलेगी बीजेपी


Chhattisgarh Board Exams: छत्तीसगढ़ में कब होंगी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं? जानें स्कूल शिक्षा मंत्री का जवाब