Koriya News: कोरिया में एक डॉक्टर ऐसा भी! इलाज के साथ देते हैं पर्यावरण जागरूकता का संदेश, अस्पताल से मिलता है मुफ्त पौधा
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक डॉक्टर इलाज के साथ साथ पर्यावरण जागरूकता का संदेश दे रहे हैं. हॉस्पिटल में डिलीवरी पर संचालक डॉक्टर राकेश शर्मा परिजनों को मुफ्त पौधा देते हैं.
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Chhattisgarh News: अब तक आपने डॉक्टरों को सिर्फ मरीजों का इलाज करते देखा होगा लेकिन छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक डॉक्टर इलाज के साथ साथ पर्यावरण जागरूकता का संदेश दे रहे हैं. जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में शर्मा हॉस्पिटल के संचालक डॉ राकेश शर्मा डिलीवरी पर परिजनों को मुफ्त पौधे देते हैं. अस्पताल में परिजनों को पौधे की देखभाल बच्चे की तरह ही करने की सलाह देते हैं. डॉक्टर शर्मा मरीज के परिजनों को पांच पांच पौधे निशुल्क मुहैया कराते हैं.
इलाज के साथ पर्यावरण जागरूकता का मिलता है संदेश
बैकुंठपुर के प्रतिष्ठित डॉ राकेश शर्मा काफी लंबे समय से हॉस्पिटल में मरीजों की सेवा कर रहे हैं. जनसेवा के तहत गांव गांव का भ्रमण भी करते हैं. उन्होंने संकल्प लिया है कि पर्यावरण को बचाने के लिए पांच हजार पौधे निजी भूमि पर लगाएंगे. साथ ही लोगों को मुफ्त पौधा वितरण करेंगे. डॉ शर्मा अब तक तीन हजार से ज्यादा पौधे निजी खेत, खलिहान पर लगा चुके हैं.
शर्मा हॉस्पिटल से स्वस्थ होकर लौटनेवाले मरीजों को मुफ्त पौधा दिया जाता है. डॉ राकेश शर्मा का कहना है कि पौधा एक छोटे बच्चे की तरह होता है. पौधे की देखरेख भी बच्चे की परवरिश की तरह करनी पड़ती है. लोगों से निवेदन होता है कि पौधों को जीवित रखें और बड़े होने तक सेवा करें. पेड़ हर तरह से लाभदायक होते हैं.
डॉक्टर पौधे को बच्चे की तरह परवरिश करने की देते हैं सलाह
डॉ राकेश शर्मा ने बताया कि एक पेड़ हमारे लिए यादगार होता है और दूसरा हमें ऑक्सिजन, फल मिलता है. बड़े होने के बाद कुछ न कुछ वापस जरूर होता है. इसलिए गांव वालों को सलाह दी जाती है कि आपके पास पैसा से फर्क नहीं पड़ता. मगर अस्पताल से पेड़ ले जाकर लगाने के बाद बच्चों की तरह परवरिश कीजिए. दो चार साल बाद पेड़ से कुछ न किस फायदा जरूर होगा. इस उम्मीद के साथ लोगों को पौधा दिया जाता है कि जैसे बच्चे की परवरिश कर रहे हैं, वैसे ही पेड़ों की परवरिश करेंगे. आगे चलकर पेड़ फल और ऑक्सीजन देंगे.
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