(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोरिया में कलेक्टर का आदेश भी बेअसर? ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पर एक्शन नहीं होने से लोग नाराज
Koriya News: चिकित्सा अधिकारी मुख्यालय में नहीं रहकर कलेक्टर के आदेश का खुला उल्लंघन कर रहे हैं. सोनहत ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के खिलाफ शिकायतों की फाइल भी दबा दी गयी है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है. कलेक्टर के निर्देश का भी असर अस्पताल प्रबंधन पर नहीं हो रहा है. सोनहत में वर्षों से तैनात ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर की शिकायतें आज तक फाइलों में बंद है. स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन आंखें मूंदे बैठा हुआ है. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनहत भगवान भरोसे चल रहा है.
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर मुख्यालय में रहने के बजाय पटना से आते हैं. मुख्यालय की पटना से दूरी 40-45 किलोमीटर है. प्रशासन की तरफ से सभी चिकित्सा अधिकारियों को मुख्यालय में रहने का आदेश जारी है. ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर सुविधानुसार अस्पताल आते हैं.
कोरिया की स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल
अस्पताल में अनियमित ड्यूटी की शिकायत के बावजूद ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पर कार्यवाही नहीं हुई. ब्लॉक मेडिकल ऑफिसरों के खिलाफ एक्शन नहीं होने से ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है. उनका कहना है कि कलेक्टर के कहने पर भी स्वास्थ्य अधिकारी व्यवहार में बदलाव नहीं ला रहे हैं. ऐसे में किसके कहने से स्वास्थ्य व्यवस्था सुधर पायेगी. ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर 20 अप्रैल को भी अस्पताल में अनुपस्थित पाये गये. ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने सवाल का रटा रटाया जवाब दिया.
कलेक्टर का आदेश भी बेअसर हुआ
गौरतलब है कि ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के अनियमित ड्यूटी की शिकायतें अक्सर प्राप्त होती हैं. सूत्रों के अनुसार लगातार मिल रही शिकायतों पर स्वास्थ्य विभाग एक्टिव हुआ. आरोपी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को हटाने की सिफारिश कलेक्टर से की गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यवाही के आदेश भी हो गये. बताया जा रहा है कि फाइल दबा दी गई. अब सवाल है कि जिला प्रशासन कब कार्यवाही करेगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस सेंगर ने स्वीकार किया कि ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर सोनहत के मुख्यालय में नहीं रहने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. उन्होंने कार्यवाही का आश्वासन दिया.
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