Koriya News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरों की तर्ज पर स्वच्छता की नई बयार बह रही है. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) (Village Swachhta Mission) के तहत स्वच्छता दीदियों (Swachhta Didi) के माध्यम से मॉडल ग्राम पंचायतों में कचरा कलेक्शन का काम किया जा रहा है. इससे गांव में साफ-सफाई का एक अलग ही माहौल बन रहा है. वहीं, दूसरी ओर कचरा कलेक्शन का काम भी शुरू होने से गांव की महिलाओं को भी एक अलग तरह का काम स्वरोजगार के रूप में मिलने लगा है. 


पटना गांव के ओम साई स्व सहायता समूह की 8 महिलाओं ने गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने का बीड़ा उठा लिया है. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ये महिलाएं स्वच्छता दीदियों के रूप में सुबह-सुबह घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन का काम कर रहीं हैं. कचरा कलेक्शन के साथ ही ये दीदियां गांव को स्वच्छ बनाने में लोगों को सहयोग करने के साथ ही कचरा निपटान के संबंध में भी जागरूक करने का काम बहुत ही सिद्दत के साथ कर रहीं हैं. शासन-प्रशासन के सहयोग से नित नए आयाम गढ़ती महिलाओं की एक ऐसी ही कहानी जिले के विकासखंड बैकुंठपुर अंतर्गत मॉडल ग्राम पंचायत पटना में देखने को मिली.


स्वच्छता दीदी ने ये दी प्रतिक्रिया

समूह की दीदियों ने बताया कि वे कचरा कलेक्शन कर सेग्रीगेशन शेड में जमा करती हैं. यहां सूखे और गीले कचरे को अलग कर उसका निस्तारण किया जाता है. वे बतातीं हैं कि इस कार्य ने उन्हें अलग पहचान दी है, जब लोग उन्हें स्वच्छता दीदी कहकर बुलाते हैं, तो बहुत अच्छा लगता है. कचरा कलेक्शन के काम ने उनके गांव को स्वच्छ बनाने के साथ ही रोजगार का अच्छा माध्यम भी दिया है. कार्य शुरू करने से अब तक उन्हें लगभग 7 हजार रुपए का लाभ हो चुका है.


छंटाई के बाद किया जाता है डिस्पोज

ग्राम पंचायतों में हो रहे इस कचरा कलेक्शन के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए जिला पंचायत कोरिया की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन ने बताया कि राज्य के निर्देशानुसार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ग्राम पंचायतों में चरणबद्ध तरीके से स्वच्छता के मानक तैयार किए जा रहे हैं. कोरिया जिले के जनपद पंचायतों के कुछ ग्राम पंचायतों में यह मॉडल के तौर पर शुरू किया गया है. स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत समूह की महिलाओं को रिक्शा प्रदान किया गया है. इसके माध्यम से दीदीयां कचरा कलेक्शन कर उसे प्रबंधन केंद्र में ला रही हैं. बड़ी मात्रा में कचरा एकत्र होने के बाद उसके छंटाई का काम करके उसे सही तरीके से डिस्पोज करने की योजना है.


हर घर से वसूले जाते हैं 120 रुपए

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की जिला समन्वयक ने बताया कि जिले में 41 समूह कचरा कलेक्शन का काम कर रहे हैं. पंचायतों में निर्मित गौठानों और गांव के नजदीक सेग्रीगेशन शेड बनाए गए हैं. जहां अपशिष्ट प्रबंधन के तहत गीला कचरा और सूखा कचरा अलग किया जाता है. समूह द्वारा यूजर चार्ज भी लिया जा रहा है, जिसमें प्रति घर 10 रुपये, छोटे दुकान से 20 रुपये और बड़े दुकान से 30 रुपये लिया जाता है. कचरा कलेक्शन के कार्य से समूहों को नियत आय भी हो रही.


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