Surguja Liquor Sale: होली पर टूटा रिकॉर्ड! सरगुजा में एक दिन में लोग पी गए 1.4 करोड़ रुपये की शराब
अम्बिकापुर शहर सहित पूरे सरगुजा जिले में शराब की बिक्री में वृद्धि हुई है. इस साल होली पर अम्बिकापुर शहर सहित जिले के अन्य शराब दुकानों में एक करोड़ से ज्यादा की शराब की बिक्री हुई है.
Surguja Liquor Sale News: आबकारी विभाग के लिए इस बार होली का त्यौहार काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. होली के अवसर पर इस बार शराब की रिकार्ड बिक्री हुई. एक ही दिन में लोग एक करोड़ 4 लाख रुपये की शराब पी गए. सरगुजा में पहली बार एक दिन में 1 करोड़ से अधिक की शराब बिकी है. अम्बिकापुर शहर सहित पूरे सरगुजा जिले में शराब की बिक्री में वृद्धि हुई है. युवा समाज का नशे की ओर बढ़ना चिंता का विषय है.
पहले भी होली में शराब की जमकर बिक्री होती थी लेकिन इस साल की बिक्री ने पूर्व के सारे रिकार्डों को ध्वस्त कर दिया है. इस साल होली की पूर्व संध्या पर अम्बिकापुर शहर सहित जिले के अन्य शराब दुकानों में 1 करोड़ 4 लाख रूपए की शराब बिकी.
चार साल बाद होगा लक्ष्य पूरा
आबकारी विभाग चार सालों बाद राजस्व लक्ष्य हासिल करने की स्थिति में पहुंचा है. इसके पूर्व के वर्षो में विभाग लगातार मशक्कत करने के बावजूद लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाता था. लक्ष्य हासिल करने के लिए इस बार विभाग प्रारंभ से ही कोशिश कर रहा है.
पहले अधिकारियों ने बाहर से आने वाली शराब को रोकने की कोशिशें की, साथ ही शासकीय दुकानों में बिकने वाली शराब की गुणवत्ता में सुधार किया. बाहरी शराब की बिक्री रुकने से शासकीय दुकानों की बिक्री में वृद्धि होने से विभाग को राजस्व लक्ष्य के निकट पहुंचने में सफलता मिली. शासन द्वारा इस बार 43 करोड़ का राजस्व लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें 25 फरवरी तक विभाग 37 करोड़ का लक्ष्य पूरा कर लिया है.
पिछले साल होली पर 93 लाख की शराब बिकी थी, जबकि वर्ष 2021 में होली पर 52 लाख की शराब बिकी थी. दो सालों में शराब के विक्रय में दोगुना से अधिक की वृद्धि हुई है. नए साल पर भी इस बार 31 दिसम्बर एवं 1 जनवरी को क्रमश 30 लाख 23 हजार एवं 46 लाख 36 हजार की शराब बिकी थी. पिछले सालों की तुलना में शासकीय दुकानों की बिक्री में भी वृद्धि हुई है. पहले प्रतिदिन औसत 16 से 17 लाख की बिक्री होती थी जो अब बढ़कर 24-25 लाख रुपर पहुंच गई है.
आबकारी विभाग के सहायक संचालक नवनीत तिवारी ने बताया कि राजस्व लक्ष्य हासिल करने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही है. फरवरी तक विभाग को 37 करोड़ का राजस्व मिला है. 31 मार्च तक राजस्व लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद है. बाहरी शराब की खपत रोकने के साथ ही गुणवत्ता सुधार के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं.
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