दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में गुरुवार को अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर आसपास के करीब 12 पंचायत के ग्रामीणों ने एनएमडीसी प्रबंधन के खिलाफ धरना शुरू किया. सैकड़ों की संख्या ग्रामीण एनएमडीसी कार्यालय का घेराव कर रहे हैं. बचेली स्थित एनएमडीसी चेक पोस्ट पर आयोजित धरने में बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हैं. प्रदर्शनकारियों ने एनएमडीसी प्रबंधन से लेबर सप्लाई के काम में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग की. उनकी मांग थी कि प्लांट में स्थानीय लोगों को ही भर्ती किया जाए. प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगें पूरी न होने पर और प्रदर्शन जारी रहने की चेतावनी दी है. ग्रामीणों के धरना-प्रदर्शन के कारण गुरुवार को एनएमडीसी प्लांट में कामकाज पूरी तरह ठप रहा.नाइट शिफ्ट में काम पर गए कर्मचारी अंदर ही फंसे हुए हैं. अभी प्रबंधन ने ग्रामीणों को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है.
सालों से कर रहे हैं स्थानीय लोगो को रोजगार देने की मांग
दंतेवाड़ा जिले के बचेली में स्थित NMDC प्लांट के आसपास भांसी, नेरली, गमावाड़ा, धुरली समेत 12 पंचायत के सैकड़ों लोगों ने रोजगार की मांग को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला.प्रदर्शन में शामिल युवाओं का कहना था कि NMDC में लौह उत्खनन की वजह से हमारा गांव लाल पानी से प्रभावित हो गया है.कई सालों से हमे परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. इस प्लांट में रोजगार बाहरी लोगों को दिया जा रहा है. लंबे समय से NMDC प्रबंधन से स्थानीय लोगों को रोजगार देने की मांग की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इसके विरोध में सभी ग्रामीण युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा है. उनका कहना था कि नौकरी की मांग को लेकर सभी युवा लामबंद हैं.
गुरुवार सुबह करीब 4 बजे से ही ग्रामीण NMDC चेकपोस्ट के पास जमा होने लगे थे. युवाओं का आक्रोश देखते हुए कलेक्टर विनीत नंदनवार भी बचेली पहुंच गए थे. उन्होंने NMDC के अफसरों के साथ बैठक की. इधर बैठक के बाद जल्द ही मामले का समाधान निकालने की बात कही जा रही है. लेकिन स्थानीय लोगों को रोजगार देने को लेकर कोई ठोस बात सामने नहीं आई है. इससे नाराज युवाओं ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि आज ही उनके रोजगार पर निर्णय हो. उनका कहना है कि जब तक निर्णय नहीं हो जाता तब तक उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा और कोई भी ग्रामीण धरनास्थल से नहीं उठेगा.
प्लांट में फंसे हुए हैं मजदूर
बचेली प्लांट के मुख्य द्वार के सामने ही यह धरना चल रहा है. प्रदर्शनकारी प्लांट का दरवाजा भी खोलने नहीं दे रहे हैं. इससे नाइट शिफ्ट के जितने भी कर्मचारी प्लांट में थे वे अब भी अंदर ही मौजूद हैं. प्रदर्शनकारी डे शिफ्ट के किसी भी कर्मचारी को अंदर जाने नहीं दे रहे हैं. ऐसे में प्लांट का काम बंद पड़ा है.
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