Chhattisgarh Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में अब बहुत कम समय बचा हुआ है. ऐसे में राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी गई हैं. एक ओर जहां बीजेपी (BJP) ने कुछ दिन पहले अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी. वहीं अब कांग्रेस (Congress) ने भी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. कांग्रेस ने पहली लिस्ट में छत्तीसगढ़ की 11 में से 6 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है. 


कांग्रेस ने इस बार कई सीनियर नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल का भी नाम इस लिस्ट में शामिल है. पार्टी ने भूपेश बघेल को राजनांदगांव लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. फिलहाल भूपेश बघेल अभी पाटन विधानसभा सीट से विधायक हैं. वहीं राजनांदगांव लोकसभा सीट की बात करें, तो इस सीट के अंतर्गत आठ विधानसभा सीटें आती हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में पांच सीटें आई थी, जबकि बीजेपी को तीन सीटों पर जीत मिली थी.


क्या कहतें हैं 2019 के आंकड़ें?
राजनांदगांव लोकसभा सीट से अभी बीजेपी के संतोष पांडेय सांसद हैं. बीजेपी ने यहां से फिर से मौजूदा सांसद को ही टिकट दिया है. यह राज्य का वह क्षेत्र है, जहां ओबीसी वोटर्स बड़ी संख्या में हैं. बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनांदगांव सीट से बीजेपी के संतोष पांडेय ने चुनाव जीता था. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार भोलाराम साहू को एक लाख 11 हजार 966 मतों से शिकस्त देकर जीत दर्ज की थी. 


बीजेपी के संतोष पांडेय को 662387 मत हासिल हुए थे, जबकि कांग्रेस के भोलाराम साहू को 550421 मत हासिल हुए थे. वहीं बीएसपी की रविता धुव्र 17145 मत हासिल कर तीसरे स्थान पर रहीं थी. इस सीट पर 19456 मत नोटा को प्राप्त हुए थे. वहीं वोट प्रतिशत की बात करें, तो कुल मिले मतों में बीजेपी को 50.68, कांग्रेस को 42.11, बीएसपी को 1.31 और नोटा को 1.49 फीसदी मत हासिल हुए थे. फिलहाल भोलाराम साहू मौजूदा समय में खुज्जी विधानसभा से विधायक हैं.  


कई बार से बीजेपी के कब्जे में है यह सीट
छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव सीट की अहमियत का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं, क्योंकि इसे बीजेपी का मजबूत किला कहा जाता है. कई बार से यह सीट बीजेपी के कब्जे में जाती रही है. संतोष पांडे से पहले रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह और उससे पहले मधुसूदन यादव यहां से सांसद थे. दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पिछले कई बार से यहां से विधायकी जीतते आए हैं. इस बार के विधानसभा में चुनाव में भी रमन सिंह को जीत हासिल हुई है.


बघेल को राजनांदगांव से क्यों मिला टिकट?
फिलहाल अगर इस बार के विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें, तो उसके अनुसार यह सीट कांग्रेस के लिए सुरक्षित मानी जा रही है. बीजेपी ने यहां से सामान्य वर्ग के उम्मीदवार संतोष पांडेय को उतारा है. ऐसे में पार्टी भूपेश बघेल पर दांव खेलकर ओबीसी वोटर्स को साधने की कोशिश की है. भूपेश बघेल राज्य में ओबीसी के सबसे बड़े चेहरे हैं. वहीं पूर्व सीएम की लोकप्रियता को भी पार्टी भुनाना चाहती है.