Lok Sabha Election 2024: 'अब नेताओं के झूठे वादों से नहीं चलेगा काम', विकास नहीं तो चुनाव बहिष्कार का ऐलान
Chhattisgarh News: बलरामपुर में ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने की घोषणा कर दी. ग्रामीणों ने बताया कि पहुंच पथ, स्कूल, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधा की लम्बे समय से मांग की जा रही है.
Chhattisgarh Lok Sabha Election 2024: बलरामपुर में समस्याओं का समाधान नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं. जवराही के नाराज ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार की घोषणा कर दी. घरों की दीवारों पर चुनाव बहिष्कार का नारा भी लिख दिया गया. ग्रामीणों ने रोड पानी बिजली नहीं तो वोट नहीं का नारा घर की दीवारों पर लिख दिया.
मतदान बहिष्कार की खबर के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. अफसरों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाईश दी. बता दें कि जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर ग्राम पंचायत सेन्दूर का आश्रित ग्राम जवराही पहाड़ एवं वनांचल क्षेत्र में स्थित है. गांव की आबादी लगभग 150 है जिसमें 86 पंजीकृत मतदाता भी शामिल हैं.
विकास नहीं तो वोट नहीं के दीवार पर नारे
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पहुंच पथ, स्कूल, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधा की लम्बे समय से मांग की जा रही है. विभागीय अफसरों को प्रार्थना पत्र भी सौंपा गया. उन्होंने बताया कि गांव से बलरामपुर जाने के वैकल्पिक मार्ग की दूरी 9 किमी है. ग्रामीण वैकल्पिक मार्ग पर सोनहरा से जवराही तक 5 किमी लंबी सड़क की मांग कर रहे हैं.
उन्होंने मूलभूत सुविधा की मांग के लिए विधानसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार करने का निर्णय लिया था. अफसरों ने समस्याओं के आश्वासन पर मतदान बहिष्कार का फैसला टाल दिया गया. बावजूद आज तक आश्वासन पर ठोस पहल नहीं की गई. ग्रामीणों ने बताया कि जवराही के प्राइमरी स्कूल में एक मात्र दिव्यांग शिक्षक की पदस्थापना होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.
मतदान बहिष्कार के एलान से मचा हड़कंप
मतदान बहिष्कार की खबर मिलने के बाद उप जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य कायर्पालन अधिकारी, जनपद पंचायत बलरामपुर और नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की बैठक ली. बैठक में समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना गया. अफसरों ने समस्याओं से संबंधित विभाग को सूचित कराकर जरूरी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
ग्रामवासियों को समझाईश दी गई कि चुनाव देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया का महत्वपूर्ण अंग है. चुनाव प्रक्रिया में सभी की सहभागिता आवश्यक होती है. अफसरों की अपील पर एक बार फिर ग्रामवासी मान गये. उन्होंने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार को खारिज करने की घोषणा कर दी.
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