Mahasamund News: महासमुंद के सरपंच ने सड़क की मांग को लेकर दिल्ली में अनोखा प्रदर्शन किया. बम्बूरडीह पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण बावनकेरा से बम्बूरडीह तक 2 किलोमीटर पक्की सड़क बनाने की लंबे समय से  मांग कर रहे हैं. रामडबरी से बावनकेरा तक 2 किलोमीटर पक्की सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है. साल 2023 में 2 करोड़ 53 लाख 61 हजार की राशि स्वीकृत होने के बावजूद टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है.


सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से ग्राणीण हताश हो चुके हैं. बम्बूरडीह सरपंच शत्रुहन चेलक ने दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सरकारी निवास के सामने लेटकर प्रदर्शन किया. सरपंच की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात नहीं हो पायी.


सड़क बनाने का जरूर आश्वासन दिया गया है. सरपंच शत्रुहन चेलक ने बताया कि 800 से ज्यादा आबादी वाले बम्बूरडीह पंचायत में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. पंचायत को राजस्व से जोड़ा नहीं गया है.


दिल्ली में महासमुंद के सरपंच


नक्शे में भी बम्बूरडीह का नामो निशान नहीं है. सरपंच ने बताया कि बरसात के समय गांव टापू में तब्दील हो जाता है. ग्रामीणों का गांव से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. मार्ग बंद होने से आपात स्थिति में एंबुलेंस और महतारी एक्सप्रेस भी नहीं पहुंच पाती है. मरीज को खाट पर उठाकर पैदल स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाना पड़ता है. बावनकेरा से रामडबरी तक पक्की सड़क को जल्द पूरा करने के लिए कई बार कलेक्टर से भी ग्रामीणों ने मांग की.




लेटकर किया अनूठा प्रदर्शन 


प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तक से भी गुहार लगाई जा चुकी है. सरपंच ने बताया कि रामाडबरी ग्राम पंचायत राजस्व विभाग में नहीं है. जोड़ने के लिए कई बार मांग की गई है. ग्राणीणों की सुनवाई नहीं हो रही है. राजस्व विभाग में रिकॉर्ड नहीं होने की वजह से ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसलिए ग्राम पंचायत को राजस्व विभाग में जोड़ने की भी मांग की है.


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