Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ-चिरमिरी-भरतपुर जिले में कलेक्टर नरेंद्र कुमार दुग्गा के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में मलेरिया उन्मूलन के लिए मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान चलाया जा रहा है. जिले में 15 जून से 10 जुलाई तक आठवें चरण के मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान चलाया जा रहा है. कलेक्टर नरेंद्र कुमार दुग्गा ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया एवं डेंगू से बचाव के लिए विशेष जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. सुरेश तिवारी ने बताया कि संपूर्ण जिले में 164 टीम के सदस्यों द्वारा घर-घर सर्वे कर मलेरिया के बचाव एवं रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार करके जागरूक किया जा रहा है. इसके साथ ही चिन्हांकित पंचायतों के समस्त जनसमुदाय की निःशुल्क मलेरिया जाँच, कुष्ठ संदेहास्पद मरीजों की जांच तथा नेत्र रोगियों की पहचान कर समुचित उपचार की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है.
अभियान चला कर मास स्क्रीनिंग गतिविधि का प्रयोग किया जा रहा है
जिला नोडल अधिकारी डॉ. प्रसून टोप्पो ने बताया कि समुदाय से मलेरिया परजीवी को समूल नष्ट करने के लिए अभियान चला कर मास स्क्रीनिंग गतिविधि का प्रयोग किया जा रहा है. अभियान के दौरान पॉजीटिव पाए गए रोगियों को पूर्ण उपचार देने से मलेरिया परजीवी को नष्ट किया जा सकता है. इसके साथ-साथ उन क्षेत्रों में रहने वाले सभी व्यक्तियों के द्वारा मच्छरदानी के नियमित उपयोग तथा मच्छर लार्वा स्रोत नियंत्रण गतिविधियों के क्रियान्वयन से संबंधित क्षेत्र को मलेरिया मुक्त किया जा सकता है.
मलेरिया की रोकथाम व इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है. स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जा रहे हैं. मलेरिया के प्रकरण सामने आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में मलेरिया संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है.
मलेरिया के लक्षण
जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुलेमान खान ने बताया कि मलेरिया में मरीज को तेज बुखार, बदन दर्द, सिरदर्द, उल्टी, शरीर पर दाने, नाक से खून आना या उल्टी में खून आना जैसे लक्षण पाए जाते हैं. मलेरिया के प्रकरण सामने आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में या निकट के स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. जिससे बेहतर उपचार किया जा सके.
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