Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां पर एक शिष्य ने अपने ही गुरु की हत्या कर दी. शिष्य तंत्र-मंत्र विद्या में महारत हासिल करना चाहता था इसलिए पहले उसने अपने गुरु के सिर पर डंडे से वार किया और जब गुरु का खून निकलने लगा तो उसने उस खून को पीना शुरू कर दिया. उसके बाद उसने गुरु के गुप्तांग में डंडा डालकर उसे जिंदा जला दिया. धमतरी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.


नदी के एनीकेट के किनारे मिली थी अधजली लाश


दरअसल धमतरी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पैरी सोदूर नदी के एनीकट के किनारे शमसान घाट के पास एक व्यक्ति की अधजली लाश पड़ी है. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने अधजली लाश देखी. इसके बाद जब पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला की देवेंद्र साहू नामक एक व्यक्ति ने सोमवारी बाजार नयापारा थाना में शिकायत दी कि उसके पिता 31 जनवरी की रात लगभग 8 बजे रौनक सिंह छाबड़ा नाम के व्यक्ति के साथ मोटर सायकिल पर इलाज कराने के लिए निकले थे जो आज सुबह तक घर वापस नही लौटे. जब प्रार्थी को पैरी नदी के किनारे अधजली लाश की जानकारी मिली तो उसने मौके पर जाकर देखा कि मृतक का चेहरा उसके पिता बंसत साहू से मिलता है और उसके कपड़े भी वैसे ही हैं जैसे उसके पिता ने पहन रखे थे. इसके बाद देवेंद्र साहू ने अपने पिता को पहचान लिया. 


आरोपी ने स्वीकारा अपना गुनाह


पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू की. धमतरी एसपी प्रशांत ठाकुर ने अधिकारियों को इस मामले की जांच के निर्देश दिये थे. पुलिस को अपनी जांच में पाया कि मृतक को अंतिम बार रौनक सिंह छाबड़ा के साथ उसकी मोटर साइकिल पर गोबरा नयापारा महानदी पुल की तरफ से लोमश ऋषि आश्रम की तरफ जाते देखा गया था. संदेह होने पर पुलिस ने रौनक सिंह छाबड़ा का पता तलाश कर उसे हिरासत में ले लिया. पुलिस पूछताछ में आरोपी रौनक सिंह छाबड़ा ने हत्या की बात स्वीकार कर ली. 


तंत्र मंत्र विद्या में महारत हासिल करना चाहता था आरोपी


धमतरी एसपी प्रशांत ठाकुर ने बताया कि मृतक बंसत साहू झाड़-फुंक करना जानता था जिससे आरोपी रौनक सिंह छाबड़ा तंत्र मंत्र की विद्या सिख रहा था. मृतक बंसत साहू और आरोपी के बीच गुरु-चेले का संबंध था. 31 जनवरी की रात लगभग 12 बजे दोनों साथ में श्मसान घाट पर तंत्र साधना करने आये हुए थे. आरोपी रौनक सिंह छाबड़ा को किसी साधु ने बताया था कि यदि तंत्र साधना करते हुए किसी व्यक्ति को मारकर जीवित अवस्था में उसका खून को पिया जाए तो तंत्र साधक को शक्तियां प्राप्त हो जाती हैं. 


पहले की गुरु की हत्या फिर पीया उसका खून


इसी बहकावे में आकर रौनक सिंह उर्फ मान्या चावला ने तंत्र साधना में लीन अपने गुरु बसंत साहु के सिर पर डंडा दे मारा और फिर उनके सिर से बहते खून को पीना शुरू कर दिया. जब बसंत साहु की मौत हो गई रौनक ने उनके गुप्तांग में डंडा डालकर उन्हें जला दिया. आरोपी रौनक सिंह छाबड़ा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.


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